Posts

देसी गीत | हरियाणवी लोकगीत संग्रह Haryanvi Lok Geet Lyrics

Image
  जन्म के समय गाए जाने वाले गीत : हरियाणवी लोकगीत Janm Geet : Haryanvi Lok Geet शादी-ब्याह के गीत : हरियाणवी लोकगीत Shadi-Byah Ke Geet : Haryanvi Lok Geet मृत्यु गीत : हरियाणवी लोकगीत Mrityu Geet : Haryanvi Lok Geet राम गीत : हरियाणवी लोकगीत Ram Geet : Haryanvi Lok Geet देवी माँ के गीत : हरियाणवी लोकगीत Devi Maan Ke Geet : Haryanvi Lok Geet भजन : हरियाणवी लोकगीत Bhajan : Haryanvi Lok Geet देवठणी के गीत : हरियाणवी लोकगीत Devthani Ke Geet: Haryanvi Lok Geet कातक न्हाण के गीत : हरियाणवी लोकगीत Kaatak Nhan Ke Geet : Haryanvi Lok Geet सांझी के गीत : हरियाणवी लोकगीत Sanjhi Ke Grrt : Haryanvi Lok Geet फागण के गीत : हरियाणवी लोकगीत Phaagan Ke Geet : Haryanvi Lok Geet सावन के गीत : हरियाणवी लोकगीत Sawan Ke Geet : Haryanvi Lok Geet प्रेमगीत : हरियाणवी लोकगीत Prem-Geet : Haryanvi Lok Geet खेती-बाड़ी के गीत : हरियाणवी लोकगीत Kheti-Bari Ke Geet : Haryanvi Lok Geet पनघट के गीत : हरियाणवी लोकगीत Panghat Ke Geet : Haryanvi Lok Geet चक्की के गीत : हरियाणवी लोकगीत Chakki Ke Geet : Haryanvi Lok Geet ...

जन्म के समय गाए जाने वाले गीत : हरियाणवी लोकगीत Janm Geet : Haryanvi Lok Geet

 अजी केले से आवै हमें बांस अजी केले से आवै हमें बांस, महल केला किन बोया मुक्के मारूं पचास, धक्के देऊन डेढ़ सौ गोरी महलों से करूंगा जवाब, चली जाओ बाप के गोरी महलों से दूंगा निकाल, महल केला हम बोया मेरे बीरा बाढ़ी के, गड्डी गढ़ला बाजनी हमारे राजा ने दिया है जवाब, चली जाओ बाप के गोरी नै एक बन लांघा, दूजा बन लांघा तीजे में हुए नंदलाल, विपत में सम्पत भई काहे का करूं ओढ़ना, काहे का करूं बिछावना ए जी काहे की पिलाऊं रस घुट्टी, विपत में सम्पत भई इतनी तो सुनि कै सासू आई, बहू घर चलो सासड़ मुड़ तुड़ लगूं थारे पांय, पोता तो दूंगी गोद में इतनी तो सुन कै जिठानी आई, बहू घर चलो जिठानी मुड़ तुड़ लगूं थारे पैर, बेटा दूंगी गोद में इतनी सी सुन कै नन्दल आई, भाभी रानी घर चलो बीबी मुड़ तुड़ लगूं तेरे पैर, भतीजा दूंगी गोद में इतना तो सुनि कै राजा भी आये, प्यारी घर चलो राजा जी तुम ने दिया है जवाब, जाओ घर बाप के पिया से रूठे गोरी ना सरै, ना सरै गोरी बाप के प्यारी मुड़ तुड़ लगूं थारे पैर, हमारी रानी घर चलो  इस इमली के ओड़े चोड़े पात इस इमली के ओड़े चोड़े पात इमली तले साधण खड़ी के म्हारी गोरी थमनै इमली की...

शादी-ब्याह के गीत : हरियाणवी लोकगीत Shadi-Byah Ke Geet : Haryanvi Lok Geet

  अपने बाबा के खड़ी चबूतरे रूप देख वर आये अपने बाबा के खड़ी चबूतरे रूप देख वर आये मैं तुझे पूछूं ए मेरी लाडो यहां क्यूं कंवर बुलाए अपने बाबा की मैं लाख सौगन्ध खाऊं मैं नहीं कुंवर बुलाये बाबा रूप देख वर आये अपने बाबल के खड़ी चबूतरे रूप देख वर आए मैं तुझे पूछूं ए मेरी लाडो यहां क्यों राव बुलाये अपने बाबल की मैं लाख सोगन्ध खाऊं मैं नहीं कुंवर बुलाये बाबल रूप देख वर आये  अमर बेल उदय पै छाई अमर बेल उदय पै छाई जिस तलै म्हारी लाडो खेलण आई हंस के उसके दादा ने गोद खिलाई कहो म्हारी लाडो किसा बर ढूंढा काला मत ढूंडो कुल ना लजावै भूरा मत ढूंडो जलदी पसीजै ओच्छा मत ढूंडो सब दिन खोटा लम्बा मत ढूंडो सांगर तोडै इसा बर ढूंडो जिसी थारी लाडो कंवर कन्हीया मथुरा का बासी  अरे भैया रघुबीर भात सवेरे ल्याइयो अरे भैया रघुबीर भात सवेरे ल्याइयो मेरे सीस में किलफां ल्याइयो, मेरा टीका रतन जड़ाइयो गले को ल्याइयो जंजीर भारत सवेरे ल्याइयो मेरे हाथ में दस्तबन्द ल्याइयो, मेरी चूड़ियां रतन जड़ाइयो गले को ल्याइयो जंजीर भारत सवेरे ल्याइयो मेरे पैरों में पायल ल्याइयो, मेरे बिछवे रतन जड़ाइयो गले की ल्याइयो जंजीर ...