शादी-ब्याह के गीत : हरियाणवी लोकगीत Shadi-Byah Ke Geet : Haryanvi Lok Geet
अपने बाबा के खड़ी चबूतरे रूप देख वर आये
अपने बाबा के खड़ी चबूतरे रूप देख वर आये
मैं तुझे पूछूं ए मेरी लाडो यहां क्यूं कंवर बुलाए
अपने बाबा की मैं लाख सौगन्ध खाऊं मैं नहीं कुंवर बुलाये
बाबा रूप देख वर आये
अपने बाबल के खड़ी चबूतरे रूप देख वर आए
मैं तुझे पूछूं ए मेरी लाडो यहां क्यों राव बुलाये
अपने बाबल की मैं लाख सोगन्ध खाऊं
मैं नहीं कुंवर बुलाये
बाबल रूप देख वर आये
अमर बेल उदय पै छाई
अमर बेल उदय पै छाई
जिस तलै म्हारी लाडो खेलण आई
हंस के उसके दादा ने गोद खिलाई
कहो म्हारी लाडो किसा बर ढूंढा
काला मत ढूंडो कुल ना लजावै
भूरा मत ढूंडो जलदी पसीजै
ओच्छा मत ढूंडो सब दिन खोटा
लम्बा मत ढूंडो सांगर तोडै
इसा बर ढूंडो जिसी थारी लाडो
कंवर कन्हीया मथुरा का बासी
अरे भैया रघुबीर भात सवेरे ल्याइयो
अरे भैया रघुबीर भात सवेरे ल्याइयो
मेरे सीस में किलफां ल्याइयो, मेरा टीका रतन जड़ाइयो
गले को ल्याइयो जंजीर भारत सवेरे ल्याइयो
मेरे हाथ में दस्तबन्द ल्याइयो, मेरी चूड़ियां रतन जड़ाइयो
गले को ल्याइयो जंजीर भारत सवेरे ल्याइयो
मेरे पैरों में पायल ल्याइयो, मेरे बिछवे रतन जड़ाइयो
गले की ल्याइयो जंजीर भारत सवेरे ल्याइयो
मेरे अंग ने साड़ी ल्याइयो, मेरी चुन्दड़ी को गोरखरू लगाइयो
गले को ल्याइयो जंजीर भारत सवेरे ल्याइयो
आइये बहुअड़ इस घरां
आइये बहुअड़ इस घरां तेरी सासड़ आई सुसर घरां
आइये बहुअड़ इस घरां तेरी जिठाणी आई जेठ घरां
आओ री राधे बैठो पिलंग पर
आओ री राधे बैठो पिलंग पर तुम हमारे मन की भाई हो राम।
हरा हरा गोबर राधे अंगवना लिपाऊं चन्दन चौंक पुराऊं हो राम।
नाई का लड़का री राधे बैगे बुलाऊं नगर बुलावा दुवाऊं हो राम।
आओ री राधे बैठो मंडप में हम थरी गोद पुरावैं हो राम।
आप भी खाओ री राधे सखियां नै खिलाओ घर मत लेकर जाइयो हो राम।
खेल मेल कर राधे घर धाम गई माता ने गोद पुराई हो राम।
कहा ये राधे कहां री गई थी किन्ह थारी गोद पुराई हो राम।
खेलत खेलत माता नन्द घर गई नन्दरानी गोद भराई हो राम।
आप भी खाओ राधे सखियां नै खिलाओ घर मत लेकर जाना हो राम।
अब तो गई थी राधे फिर मत जाना नन्द घर हुई है सगाई हो राम
इस रै ब्रज राधे लोक बुरे हैं ठग ठग करै सगाई हो राम।
आगे घोड़ी तुम चलोगी पीछे बाबा हुसियार घोड़ी
आगे घोड़ी तुम चलोगी पीछे बाबा हुसियार घोड़ी
ले चल बजारम बजार घोड़ी
आगे घोड़ी तुम चलोगी पीछे ताऊ हुसियार घोड़ी
ले चल बजारम बजार घोड़ी
आगे घोड़ी तुम चलोगी पीछे चाचा हुसियार घोड़ी
ले चल बजारम बजार घोड़ी
आगे घोड़ी तुम चलोगी पीछे मामा हुसियार घोड़ी
ले चल बजारम बजार घोड़ी
आज बागां मेरे बीरा उणमणी
आज बागां मेरे बीरा उणमणी
आया मेरी मां का जाया बीर
हीरा बन्द ल्याया चून्दड़ी
ओढूं तो हीरा रे बीरा झड़ पड़ै
डिब्बै में धरूं तो लरजे मेरा जिया
हीरा बन्द ल्याया चून्दड़ी
इसी ए तो ल्या द्यूं दो ए चार
हीरा बन्द ल्याया चून्दड़ी
आज बागां मैं ए जीजी जगमगी
आज बागां मैं ए जीजी जगमगी
आया मेरी मां का जाया बीर
हीरा बन्द ल्याया चून्दड़ी
ओढूं तो हीरा मोती झड़ पड़ै
डिब्बै बसै तो ललचे जिया
सादी क्यूं ना ल्याया चून्दड़ी
क्यूं ललचाया अपणा जिया
तनै और भतेरी ल्या द्यां चून्दड़ी
आयो परदेसी सूबटो ले ग्यो टीली में
आयो परदेसी सूबटो ले ग्यो टीली में सूं टाल एकलड़ी क्यों चाली हे
इतनो बाबाजी रोहेत इतनो ताऊ जी रोहेत एकलड़ी क्यों चाली हे
इतनो मामा जी रोहेत इतनो फूफा जी रोहेत एकलड़ी क्यों चाली हे
आयो परदेसी सूबटो ले ग्यो टोली में सूं टाल एकलड़ी क्यों चाली हे
आले गीले चन्दन कटाय मेरे बाबा
आले गीले चन्दन कटाय मेरे बाबा
और जाय धरे धरमसाला जी
नई बनाई अट्टालिका जी
जिस चढ़ देखे बीबी का बाबा
कितनी आई है बरात जी
देख डरा बीबी का दादा
यह दल कहां समाय जी
नौ लख घाड़े सवा लख हाथी
गाड़ियों की लगी है कतार जी
क्यों लरजो मेरे भोले से बाबा
राम करै बेड़ा पार जी
वह आवैं मेरे ताऊ चाचा
वह आवैं मेरे मामा फूफा
हंस हंस लेंगे बरात जी
मत घबरा मत घबरा मेरे बाबा
वही लगावैं पार जी
आंगन बरसै सोहाग बदरी भीतर दुलारी न्हाय
आंगन बरसै सोहाग बदरी भीतर दुलारी न्हाय
दादी ने सोहाग दीन्हा भर मांगो के बीच
बदरिया बरसै
पोस्त बोया बन्ने के बाबा, दादी बोवै लाल महेंदी
आज यहीं रहो रे बन्ने, बरसती है सोहाग बदरी
बदरिया बरसै
अम्मा चाची ने भर दिया गुलाल, मामी भाभी ने गूंथे फूल
बीबी हमारी सजी राधा सी, बरसती है सोहाग बदरी
बदरिया बरसै
इन घर की मैंड़ी ऊंचे बंके बार
इन घर की मैड़ों ऊंचे बंके बार
जम जम सादीसोहिले हम गांवैं मंगलचार
मंगल करै बधावड़ इस रे सुहावने बार
मोतियन चौक पुराय कै सुवरण सतिये देय
रंगमहल तै उतरो सिर सालू चक डोर
हाथ कसीदा रंगला गोद जडूलें पूत
गल सोहै मोतियन की माल
बिछुए तम्हारे बाजने बेटियो घड़े सुघड़ सुनार
बाबुल बीर घड़ाइया तुम पाहिनो मन चित्त लाय
पायल तुम्हारी बाजनी, बहुओं घड़ी सुघड़ सुनार
सारे भाई चौधरी नीके सारे बरकतदार
सारे घरचैं बोरियां तुम्हारी धन्य धन्य हे माय
मखमल जूता पहर के घूमो बागों बीच
या सोवो दरबार में या भाइयों के बीच
तुम्हारे बार लाला नीम झलोरे ले
आंगन तख्त बिछा हुआ तुम्हें बेटों का सुख
जंवाई का सुख, पोते, नाती, भाई भतीजे का सुख
ऊंचे तुम्हारे चौंतरे लाला, ऊंचे तुम्हारे नाम
मोती तुलें तराजुओं तुम्हारे हस्ती घोड़े घूमें बार
बाहें हरी हरी चूड़ियां बहुओ, अचल रहे सुहाग
नाक की बेसर यों लसै, ज्यों तारों में चांद
नौ दरवाजे अगलेनी के चांदी के बड़ किवाड़
पोते बेटे लाडले तेरे खेलें चौपड़ बार
इस पेड़ नीचै आओ हे रुकमण
इस पेड़ नीचै आओ हे रुकमण, आओ हे रुकमण, गलियां मैं किरसन मुरारियां
अब कैसे आऊं स्याम सुन्दर, मदन मोहन, बाबा जी मंडप छाइयां
बाबा हमारे दान देंगे, दहेज देंगे, थाल भर मोतियन के देंगे
लोटा भर के नीर देंगे, पीओ हे जी तुम किरसन मुरारियां
इस पेड़ नीचै आओ हे रुकमण, आओ हे रुकमण, गलियां मैं किरसन मुरारियां
अब कैसे आऊं स्याम सुन्दर, मदन मोहन, ताऊ जी मंडप छाइयां
ताऊ हमारे दान देंगे, देहज देंगे, थाल भर मोतियन के देंगे
लोटा भर के नीर देंगे, पीओ हे जी तुम किरसन मुरारियां
इस पेड़ नीचै आओ हे रुकमण, आओ हे रुकमण, गलियां मैं किरसन मुरारियां
अब कैसे आऊं स्याम सुन्दर, मदन मोहन, फूफा जी मंडप छाइयां
फूफा हमारे दान देंगे, देहज देंगे, थाल भर मोतियन के देंगे
लोटा भर के नीर देंगे, पीओ हे जी तुम किरसन मुरारियां
इस सागर के कारने बाबा जी
इस सागर के कारने बाबा जी रूठा जाय दामाद रे
देहरी बैठी दादी रानी बिनवै सुन बेटा मेरी बात रे
अनमोल बेटी मैंने तुमको समर्पी तो सागर कौन बिसात रे
सोना भी देंगे रूपा भी देंगे वर मोहर हजार रे
एक ना देंगे दूल्हे! सागर अपना कुंवर करेंगे असनान रे
पन्थी आवै हाथ मुंह धौवें गडवै पीयें जल नीर रे
इसी थलियां मैं इसे टीब्यां मैं
इसी थलियां मैं इसे टीब्यां मैं
तूं किस कारण आए प्यारे बन्दड़े
इसी गर्मी मैं असी सर्दी मैं
तुम किस कारण आए प्यारे बन्दड़े
इसी थलियां मैं इसे टीब्यां मैं
हम थारे कारण आए प्यारी बन्दड़ी
इसी गर्मी मैं इसी सर्दी मैं
हम थारे कारण आए बन्दड़ी
जनेती ले ब्याईयो म्हारे घर आईयो
पिरस्यां मैं आण बठाईयो प्यारे बन्दड़े
बाजा ले ल्याईयो म्हारे घर आईयो
गालां मैं आण बजवाईयो प्यारे बन्दड़े
गहणा तै ल्याईयो म्हारे घर आईयो
बन्दड़ी ने आण पहराईयो प्यारे बन्दड़े
महन्दी तै ल्याईयो म्हारे घर आईयो
बन्नी के हाथ रचाईयो प्यारे बन्दड़े
चोरी तै ल्याईयो म्हारे घर आईयो
बन्दड़ी का सीस गुंदाईयो प्यारे बन्दड़े
रात अन्धेरडी या बन्दड़ी कामनगैरी
तुम पाच्छै घोड़ा राखो प्यारे बन्दड़े
नदी का किनारा यो जोबन का सै जोड़ा
तुम कस कै पौंचा पकड़ो प्यारे बन्दड़े
उठ पिया आधी सी रात
उठ पिया आधी सी रात, कोई ढूंढो राजा अपने भातइये
ढूंढा धुर गुजरात, पाये ताऊ जाये पूत
हम तो री बहना अपनी बहना के बीर अपना भैया ढूंढ लो
हिरदय अंगीठी रे राजा जल रही उठ पिया आधी सी रात
सारा ढूंढा पिया मारवाड़ सगला ढूंढ डाला गंगा पार
पाये चाचा जाये पूत
हम तो अपनी बहना के बीर अपना भैया ढूंढ लो
सारा ढूंढा पिया मगध रे ढूंढा गौड बंगाल
अपना भैया ना मिला, मिल गया मामा जाया पूत
हम तो अपनी बहना के बीर अपना भैया ढूंढ लो
आगे चली ढूंढती मिल गये मैया जाये बीर
किन्नै री जीजी! बोले हैं बोल किन दिया उलाहना
ताऊ जाये बोले हैं बोल चाचा जाये दिया उलाहना
ली बहना गले लगाय, आंसू पोंछे बहना सालू से
कोई कै दसिया के तेरा मढ़हा कोई कै दसिया का ब्याह
जाओ जीजी घर आपने लाऊंगा दो दल जोड़
गये वह बजाज की दुकान, सालू बिसावै अपनी बहन को
गये हैं पंसारी की हाट, गोले मेवा मंगावै बहन को
गये हैं सराफ की दुकान, गहने मंगावै अपनी बहन को
लाद लूद सामान चल पड़े, आये बहन दरबार
किसियौ ने आंगन लिपाइयां भैया ने उलदा है भात जी
बहन सुभद्रा ने आंगन लिपाइयां भैया ने उलदा है भात जी
सूना आंगन भर गया मेरा आया माई जाया बीर
सूना आंगन भर गया मेरे आये भतीजे चार
उठ ले रे ऊठ ले रोसन बांन बठावांगे
उठ ले रे ऊठ ले रोसन बांन बठावांगे
बटणे की खसबोई तेल चढावांगे
ऊठ ले रूप मोड़ बंधाले नै
रोसन छोरी गैल ब्याह करवाले नै
फेरे होलिये, विदा होली, बैठली डोले मैं
घर का सुणा दे हाल रोसन छोरी नैं
अस्सी बीघै धरती तेरे ब्याह मैं गैणा धरदी
ऊठ ले रे ऊठ ले रोसन बांन बठावांगे
बटने की खसबोई तेल चढावांगे
ऊंची तेरी खाई ऊंचा नीचा कोट
ऊंची तेरी खाई ऊंचा नीचा कोट
ढाणां बसै बाबा भूमिया की ओट
काहे का दिवला काहे की बात
काहे का घी बलै सारी रात
अगड़ चन्दन का दिवला निर्मल बात
सुरही का घी बलै सारी रात
तेरी बाबा भोमिया उत्तम जात
जू जन्मा छट्ट चौदस की रात
बेटियां का बाबा माईयर बाप
बहुआं का सै बाबा रिछापाल
ऊंची हे दोघड़, नीचा ए बारणा
ऊंची हे दोघड़, नीचा ए बारणा
मैं समझाऊं समझ म्हारी लाडा
सोहरे के घर जाना हे होगा
जोहड़ बिराणा कुआं बिराणा
नीची तरफ लखाणा हे होगा
बड़ा हे कुणबा बड़ा परवार
भीत्तर बड़ के जीमणा होगा
सासू-ससूरे की टहल बजाणा
पति अपणे का हुकम बजाणा
एक घोड़ी नजारे ते आई
एक घोड़ी नजारे ते आई उसके दादा ने रास बुलाई हो राम
घोड़ी की चाल सवा सलड़ी।।
घोड़ी होठां नै मरकावै बनड़े ने खान सिखावै हो राम
घोड़ी की चाल सवा सलड़ी।।
घोड़ी आखियां नै मरकावै बाले बनड़े नै सैन सिनावै हो राम
घोड़ी की चाल सवा सलड़ी।।
घोड़ी पायां ने मरकावै बाले बनड़े ने चाल सिखावै हो राम
घोड़ी की चाल सवा सलड़ी।।
एक घोड़ी नजारे ते आई उसके दादा ने राम बुलाई हो राम
घोड़ी की चाल सवा सलड़ी।।
ए बेबे गोरे गोरे देवर जेठ
ए बेबे गोरे गोरे देवर जेठ
काले काले तेरे भातिआं जी
ए बेबे गिरदां आले देवर जेठ
ओछे ओछे तेरे भातिआं जी
ए बेबे पंठा आले देवर जेठ
गंजे गंजे तेरे भातिआं जी
एरी बनड़ा चलै नां चलणदे
एरी बनड़ा चलै नां चलणदे, हे री रस्ते में खड़ी गुजरिया
बनड़ा सीस तेरे का सेहरा, बनड़ा कान तेरे के मोती
एरी उस की लड़ियां लहरा ले, हे री रस्ते में खड़ी गुजरिया
बनड़ा गल तेरे का तोड़ा, बनड़ा अंग तेरे का जामा
एरी उस की चोली लहरा ले, हे री रस्ते में खड़ी गुजरिया
बनड़ा हाथ तेरे की घड़ियां, बनड़ा पैर तेरे का जूता
एरी उस की चलगत लहरा ले, हे री रस्ते में खड़ी गुजरिया
बनड़ा हेठ तेरे की लीली, बनड़ा सेज तेरे की बनड़ी
एरी उस की जोड़ी लहरा ले, हे री रस्ते में खड़ी गुजरिया
ऐसा काला तूं बना रे
ऐसा काला तूं बना रे...... जैसी उड़द की दाल
दाल होय तो धोय लूं तेरा रंग न धोया जाय रे
ऐसी के जल्दी मचाई हरियाली
ऐसी के जल्दी मचाई हरियाली
रासन में सादी कराई हरियाली
बीबी मात्थे तुम्हारे अीका
बिन्दी पै रतन जड़ाई हरियाली
रासन में सादी कराई...
बीबी गल तुम्हारे नकलिस
लोकिट पै रतन जड़ाई हरियाली
रासन में सादी कराई...
बीबी हाथ तुम्हारे कंगणा
मंहदे पै रतन जड़ाई हरियाली
रासन में सादी कराई...
बीबी पैर तुम्हारे जूता
चलगत पै रतन जड़ाई हरियाली
रासन में सादी कराई...
ऐसी चुंदड़िया लाओ मेरे बाबा
ऐसी चुंदड़िया लाओ मेरे बाबा वाऊ पै रतन जड़ाइये
आधी चुनड़िया पै मानक मोती आधी पै रतन जड़ाइये
चुनड़ी ओढ़ लाजो बैठी है चौक पै केस लिये छिटकाये
अब का सरम रही है मेरे बाबला बैठी हूं चारों दल जोड़ कै
एक आपु दल दूजा बापु दल तीजा दल राजा भातिये
चौथा दल साजन का लड़का मुकुट बांध घर आइये
ऐसी चुंदड़िया लाओ मेरे बाबुल वाऊ पै रतन जड़ाइये
ओहो चणे वाले रे गलियों में आ के सोर किआ
ओहो चणे वाले रे गलियों में आ के सोर किआ
बाबा बन्ने का बड़ा कमाऊ, भर भर थैली लाता है
दादी बन्ने की बड़ी चटोरी, भर भर डोने खाती है
चाटा पत्ता फेंक दिया रे, गलियों में आ के सोर किआ
आहो चणे वाले रे...
बापू बन्ने का बड़ा कमाऊ, भर भर थैली लाता है
अम्मा बन्ने की बड़ी चटोरी, भर भर डोने खाती है
चाटा पत्ता फेंक दिया रे, गलियों में आ के सोर किआ
आहो चणे वाले रे...
ताऊ बन्ने का बड़ा कमाऊ, भर भर थैली लाता है
ताई बन्ने की बड़ी चटोरी, भर भर डोने खाती है
चाटा पत्ता फेंक दिया रे, गलियों में आ के सोर किआ
आहो चणे वाले रे...
कचनार बैठी लाडो पान चाब
कचनार बैठी लाडो पान चाब
करै बाबा जी से बिनती
बाबा देस जइयो परदेस जइयो
हमारी जोड़ी का वर ढूंढियो
इक रैन रहियो उन का गोत पूछियो
तब मेरा वरण मिलाइयो
उकका बंस देखो रीति देखो
उनके संस्कार पता लगाइयो
जो हो वर गुनवान सुन्दर
तब ही जोड़ी मिलाइयो
बाबा बोले सुन लाडली
मत कर मन तू अनमना
हंस खेल री मेरी सर्वसुन्दर
ढूंढ़ा है फूल गुलाब का
कद की देखूं थी बाट माई
कद की देखूं थी बाट माई जाए सब तै रे पहला न्योतियां
कित सी अक लाई सै वार सब तै रे पहला न्योतियां
तेरी भावज ने ला दई वार अपना हे कुंवर सजावतीं
कद की देखूं बाट सब तै रे पहला न्योतियां
दर्जी ने लाई सै वार कपड़े सिवावतीं
सुनरै ने लाई सै वार तेरा हे हंसला घड़ावतीं
तै कित जाइ्र सै वार भाई जाए सब तै रे पहला न्योतियां
माईड़ ने लाई सै वार तेरा हे चून्दड़ रंगावतीं
बाबल ने लाई सै वार तेरा हे हंसला घड़ावतीं
कहिये री उस खाती के लड़के ने
कहिये री उस खाती के लड़के ने खाती के लड़के ने
चौकी तै ल्यावै म्हारे लाल ने
चौकी तै ल्यावै हमारे राय रतन सिंह नै छेल बदनसिंह ने
हर मथुरा जी के लाल ने
कहिये री उस कुम्हरे के लड़के ने कुम्हरे के लड़के ने
कूंडा तै ल्यावै म्हारे लाल ने
कहिये री उस चमरे के लड़के ने चमरे के लड़के ने
जूते तै ल्यावै म्हारे लाल ने
कहिये री उस दर्जी के लड़के ने दर्जी के लड़के ने
कपड़े तो ल्यावै म्हारे लाल ने
कहिए जी उस मामा जी भड़वे ने मामा जी भड़वे ने
जामा तै ल्यावै म्हारे लाल ने
कहिए री उस म्हारे समधि ने म्हारे समधी ने
बनड़ी तै ब्याह्वै म्हारे लाल ने
बनड़ी तै ल्यावै म्हारे राय रत्न सिंह ने छेल बदन सिंह ने
हर मथुरा जी के लाल ने
क्या कहूं रानी! तुम्हारा भाग
क्या कहूं रानी! तुम्हारा भाग तुम्हीं हमारा बंस बधाया जी
धन्य बहूरानी जी जिन जाया... ज्ञानी जी
धन्य धन्य हमारा भाग जी मिली तुम बहूरानी जी
क्या कहूं रानी! तुम्हारा भाग...
धन्य... बहूरानी जिन जाया हमारा लाल ज्ञानी जी
क्या कहूं रानी! तुम्हारा भाग...
क्याहै की तेरी चिलम तमाखू
क्याहै की तेरी चिलम तमाखू
क्याहै का नेचा जडिआ जी
माटी की मेरी चिलम तमाखू
रुपें नेचा जडिआ जी
जडिआ जडिआ लाल
बेढ़ा भाइआं नाल भरिआ जी
इन भाइयां में...........बैठ्या
मुख तै फुलड़े झड़ियां जी
झड़िआं झड़िआं लाल
बेढ़ा भाइआं नाल भरिआ जी
क्यांहे तै न्योदूं बाबल राजा
क्यांहे तै न्योदूं बाबल राजा
क्यांहे तै चाचे ताऊ
भंवरा क्यांहे तै न्योंदूं हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
भेली न्योंदूं बाबल राजा
दलिए चाचे ताऊ
भंवरा मिसरी के कूजे हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
क्यांहे मैं आवै बाबल राजा
क्यांहे मैं चाचे ताऊ
भंवरा क्यांहे मैं आवै हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
रेलां में आवै बाबल राजा
मोटर चाचे ताऊ
भंवरा हाथी कै होदे हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
काहें उतारूं बाबल राजा
काहें चाचे ताऊ
भंवरा काहें उतारूं हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
परसे उतारूं बाबल राजा
परसे चाचे ताऊ
भंवरा खस खस के बंगलै हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
मेरै पटडै की शोभा मेरी मां का जाया
जिस तै मैं ऊजली
मेरे पंचा की सोभ्या हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
क्यांहें मैं न्हावै बाबल राजा
क्यांहें चाचे ताऊ
भंवरा क्याहें न्हावै हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
गंगा मैं न्हावै बाबल राजा
जमना चाचे ताऊ
भंवरा हरकी तो पैड़ी हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
ए मेरे पटडै़ की सोभ्या हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
के रै जै खावै बाबल राजा
कै रै चाचे ताऊ
के रै जै जीमै हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
लाड्डू जलेबी बाबल राजा
बरफी चाचे ताऊ
भंवरा मुथरा के पेडे हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
के रै जे पीवै बाबल राजा
के रै चाचे ताऊ
भंवरा के रै जै पीवै मेरी मां का जाया
जिस तै मैं ऊजली
पाणी पीवै बाबल राजा
पाणी चाचे ताऊ
भंवरा दूध कटोरे मेरी मां का जाया
जिस तै मैं ऊजली
के रै जै ल्यावै बाबल राजा
के रै चाचे ताऊ
भंवरा के रै जे ल्यावै हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
रोक रुपैए बाबल राजा
तीवर चाचे ताऊ
भवरा पीलड़ी मोहर हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
रे मेरे पटडै की सोभ्या हजारी बीरा
जिस तै मैं ऊजली
काये कटोरी में बटणां काये कटोरी में तेल
काये कटोरी में बटणां काये कटोरी में तेल
रूप कटोरी में बटणां, सूण कटोरी में तेल
हठ म्हारी लाडो बैठी बटणा
तेरी लाडो मां सुहागण पांय ना दे छीकै पांय ना दे
पांय ना दे सुहागण अणन्द बधावा हो
तेरी लाडो सास छिनलिया छीकै पाएं धरैगी
रिपट पड़ेगी टूटैं सोकण के हाड
काहे कटोरी में बटणां काहे कटोरी में तेल
ऐत लाडो बैठा बटणां
सूने कटोरी में बटणां रूप कटोरी में तेल
ऐत लाडो बैठा बटणां
आ मेरी दादी देख ले आ मेरी अम्मां देख ले
तुम देखियां सुख होय
ऐत लाडो बैठा बटणां
आ मेरी बुआ देख ले आ मेरी मामी देख ले
तमरे घणे मण चाय
ऐत लाडो बैठा बटणां
काहे को तेरी ओबरी
काहे को तेरी ओबरी, काहे का जड़ाए किवाड़
सच्चा हनुमान बली
अगड़ चन्दन की ओबरी, चन्दन जड़ाए किवाड़
सच्चा हनुमान बली
केरै चढ़े तेरै देहरै, केरै तुम्हारी भेंट
सच्चा हनुमान बली
सवाए तो मण को रोट सै, सवाए रुपय्या की भेंट
सच्चा हनुमान बली
बैरीड़ा तो मारकै दफै करो, छोरा कै सिर सै जीत
सच्चा हनुमान बली
किन्नै यो मांढा पिछवाडिआं
किन्नै यो मांढा पिछवाडिआं
किन्नै यो पूर्या सै चोंक
मांढलड़ा सिरी राम का
.....मांढा पिछवाड़ियां
(यहां अपने प्रियजन का नाम ले लिया जाता है
और इसी प्रकार अन्य-अन्य नाम लेकर इसे बढ़ा लिया जाता है)
पंडत पूर्या सै चोंक
मांढलड़ा सिरी राम का
किस नींद सूत्या मेरा लक्खी ओ दादा
किस नींद सूत्या मेरा लक्खी ओ दादा
चार दल थारै ऊमहे
एक दल आप दल दूजा बाप दल
तीजा दल घर के भातिआ
चौथे दल ऊधली का री जाया
मौड बांध के बन्ना आइया
किस नींद सूत्या मेरा लक्खी ओ बाबल
चार दल थारै ऊमहे
एक दल आप दल दूजा बाप दल
तीजा दल घर के भातिआ
चौथे दल ऊधली का री जाया
मौड़ बांध के बन्ना आइया
किस रुत बाड़ी बोईएगी
किस रुत बाड़ी बोईएगी
किस रुत होया है नल़ा
बसाख बाड़ी बोईएगी
साढत होया है नला
वा तै नली नलाई स्यों हुई
वा हुई खिलण के जोग
हे म्हारी हत लाडो मांगै चौलणां
चुगी चुगाई स्यों हुई
फेर वा हुई लोढण के जोग
हे म्हारी हत लाडो मांगै चोलणां
लुढी लुढाई स्यों हुई
फेर वा हुई पिनण के जोग
हे म्हारी हत लाडो मांगै चोलणां
पिनी पिनाई स्यों हुई
फेर वा हुई कातण के जोग
हे म्हारी हत लाडो मांगै चोलणां
कती कताई स्यों हुई
फेर वा हुई जुलाहे जोग
हे म्हारी हत लाडो मांगै चोलणां
वा तै बणी बणाई स्यों हुई
हुई लीलगर के जोग
हे म्हारी हत लाडो मांगै चोलणां
रंगी रंगाई स्यों हुई
हुई दर्जी के जोग
हे म्हारी हत लाडो मांगै चोलणां
सिमी सिमाई स्यों हुई
वा हुई म्हारी हत लाडो कै जोग
हे म्हारी हत लाडो मांगै चोलणां
किसिआं बान्ना हे न्योंदिए
किसिआं बान्ना हे न्योंदिए
घर किसिआं के हे जा
यू बनवाड़ा हे न्योंदिए
सिरी राम बन्ना हे न्योंदिए
घर राम जी के हे जा
यू बनवाड़ा हे न्योंदिए
फीडे मारे हे मोचड़े
चाले हे नान्हड़ी चाल
चादर ओढ़े ए तीन पटी
बैठ भाईआं के हे बीच
यू बनवाड़ा हे न्योंदिए
की नै यो बाग लगाया
की नै यो बाग लगाया, की नै सींची डाली
हे इब गून्द मालण सेहरा
माली के नै बाग लगाया, मालण सींचे डाली
हे इब गून्द मालण सेहरा
की नै यो डाल झूकाइयां, की नै तोड़े फूल
हे इब गून्द मालण सेहरा
माली के नै डाल झूकाइयां, मालण तोड़े फूल
हे इब गून्द मालण सेहरा
की नै ये डोरे बटाइयां, की नै गून्द्या हार
हे इब गून्द मालण सेहरा
माली के नै डोर बटाइयां, मालण गूंद्या हार
हे इब गून्द मालण सेहरा
आंटी लगी सूत की, लाल लगे लख चार
हे इब गून्द मालण सेहरा
उड़ती लागी चीडकली, कोकट लागे मोर
हे इब गून्द मालण सेहरा
गूंद्या गुन्दाया तैयार हुआ, हुआ बन्दड़े के जोग
हे इब गून्द मालण सेहरा
कोरो घड़ियों बीरा पीली हल्दी
कोरो घड़ियों बीरा पीली हल्दी नौतण आई भातई
मेरे घर आइए बीरा मेरा मां का जाया मेरे घर बिरद उपाइये
क्योंकर आऊं मेरी मां की जाई ढैर खड़ी मेरी लावणी
ढैर जै बीरा मजूर खंदादे गाड़ी लगा दे ढोवणी
मेरे घर आइए बीरा मेरा मां का जाया मेरे घर बिरद उपाइए
क्यूंकर आऊं मेरी जामण जाई मेरे घर बालक रोवणा
बालक रै बीरा धाय लगा दूं पलणा घालू बीरा झूलणा
आती जाती बीरा झोटा लगा दूं मेरे घर बिरद उपाइये
मेरे घर आइए बीरा मेरा मां का जाया मेरे घर बिरद उपाइए
क्यूंकर आऊं मेरी मां की जाई मेरे घर नार सुलाखनी
अपणा बीरा नै चारए विहावाद्यूं दो गोरी दो सांवली
सांवली तो बीरा तपै रसोई गोरी ढोलै बीजणा,
मेरे घर आइए बीरा मेरा मां का जाया मेरे घर बिरद उपाइए
खोल उधली की कांगना
खोल उधली की कांगना, तेरी माए बाहण का भागना
खोल रानी के डोरियां तेरी मां बाहण गोरियां
गढ़ छोड़ रुकमण बाहर आई
गढ़ छोड़ रुकमण बाहर आई
चौरी तो छाई म्हारे साजना
क्यूंकर आऊं म्हारे राज बन्दड़े
आगै मेरा लाखी दादा आ डट्या
तेरे दादा कै मेरी दादी बिवादूं
चौरी नै राखां जगमगी
क्यूंकर आऊ मेरे राजा बन्दड़े
आगै मेरा लाखी ताऊ आ डट्या
तेरे ताऊ कै मेरी ताई बिवादूं
चौरी ने राखां जगमगी
गोरी सई सांज की कहां गई
गोरी सई सांज की कहां गई कोई कहां लगाई सारी रात
एरी बनजारा नवल बनजारा टांडा गेरिये।
राजा बड़े जेठ कै रतजगा कोई वहीं गवाई सारी रात
एरी बनजारा नवल बनजारा टांडा गेरिये।
गोरी न तेरी हात्तन मेहंदा रच रहे कोई ना तेरे नैनां नींद
एरी बनजारा नवल बनजारा टांडा गेरिये।
राजा महंदा की बिरया सो गई कोई न्यूं ना नैनां नींद
एरी बनजारा नवल बनजारा टांडा गेरिये।
गोरी कलेजा तेरा धड़क रह्या कोई पैर रहे थर्राये
एरी बनजारा नवल बनजारा टांडा गेरिये।
राजा नाचत कलेजा धड़द्यक रह्या कोई पैर रहे थर्राये
एरी बनजारा नवल बनजारा टांडा गेरिये।
घन गजरत आवै सोहाग बिरवा
घन गजरत आवै सोहाग बिरवा
घन उमड़त आवै सोहाग बिरवा
ओ के बाबा के अंगना सोहाग बिरवा
ओ के बाबल के अगना सोहाग बिरवा
ओ की दादी रानी सींचै भर गडुवा
ओ की अम्मा रानी सींचै भर गडुवा
घुड़ला तै बल ल्याइओ घुड़ला रे चाबक आओ
घुड़ला तै बल ल्याइओ घुड़ला रे चाबक आओ
अनोखा लाडला हो राई बर धीरे धीरे चाल
मंजलै मंजलै चाल
करवा तै बल ल्याइयो करवा रे रड़कत आओ
अनोखा लाडला हो राई बर धीरे धीरे चाल
मंजलै मंजलै चाल
धूप पड़ै धरती तपै करूं अडाणी छांए
अनोखा लाडला हो राई बर धीरे धीरे चाल
मंजलै मंजलै चाल
मंजल मंजल डेरा दिया तम्बू दिया ढलकाय
अनोखा लाडला हो राई बर धीरे धीरे चाल
मंजलै मंजलै चाल
धमड़ा तै बल ल्याइयो समधी की पौल बखेर
अनोखा लाडला हो राई बर धीरे धीरे चाल
मंजलै मंजलै चाल
महंदी तै बल ल्याइयो बंदडी रै हाथ रचाए
अनोखा लाडला हो राई बर धीरे धीरे चाल
मंजलै मंजलै चाल
काजल तै बल ल्याइयो बंदड़ी रै नैन घलाए
अनोखा लाडला हो राई बर धीरे धीरे चाल
मंजलै मंजलै चाल
काजल तै बल ल्याइयो बंदड़ी रै नैन घलाए
अनोखा लाडला हो राई बर धीरे धीरे चाल
मंजलै मंजलै चाल
गहणा तै बल ल्याइयो गहणा पाट बलाय
अनोखा लाडला हो राई बर धीरे धीरे चाल
मंजलै मंजलै चाल
बंदड़ी तै बल ल्याइयो बंदड़ी सै हंस बतलाय
अनोखा लाडला हो राई बर धीरे धीरे चाल
मंजलै मंजलै चाल
घोड़ी बने की आ गई देखो कैसी सजे
घोड़ी बने की आ गई देखो कैसी सजे
सीस बने के चीरा सोहै पेंची पै हीरे जड़े
अंग बने के जामा सोहै कुण्डल पै लाल जड़े
गले बने के माला सोहै देखो फूल कैसे सजे
ऊंगली बने के अंगूठी सोहै अंगूठी में नीलम जड़े
पैर बने के जूती सोहै जूती को खूब सजे
संग बने के बनी सोहै फूलों की झड़ी लगे।
घोड़ी सोवै दादा दरबार
घोड़ी सोवै दादा दरबार, बछेरी मेरै मन भावैगी
चरि आवै खेड़े की दूब, बछेरी मेरै मन भावैगी
पी आवै जमुना जल नीर, बछेरी मेरै मन भावैगी
घोड़ी सोवै ताऊ दरबार, बछेरी मेरे मन भावैगी
चरि आवै खेड़े की दूब, बछेरी मेरै मन भावैगी
पी आवै जमुना जल नीर, बछेरी मेरै मन भावैगी
चक्ले मैं राछ घलादो री चकले में
चक्ले मैं राछ घलादो री चकले में
रलदू न पीसण लादो री चकले में
पीसैगा मोटा मारूंगी सोटा
चलदे का पाडूं लंगोटा री चकले में
चकले में राछ घलादो री चकले में
चढ़ज्या रे बन्दड़े तावला
चढ़ज्या रे बन्दड़े तावला
तनै क्यूं झड लाए
पीले रे बना तेरे कपड़े
तेरे नैणां में स्याई
बाग पकड़ बना चढ़ ग्या
अपणी चितराई
आगै चितर बना लाडला
पाछे सब भाई
चंचली घोड़ी चांदनी मथुरा तै आई
चंचली घोड़ी चांदनी मथुरा तै आई
ले मेरे बाबा मोल तेरी होगी बड़ाई
कितना लीली का मोल सै कितने में चुकाई
नौ सौ घोड़ी का मोल है दस सौ में चुकाई
चढ़ म्हारे लाडले तेरी देखें चतुराई
आप चतुर बन्ना लाडला पीछे सब भाई
दामां की बोरी खरचैं सब भाई
चंचल घोड़ी चांदनी मथुरा तै आई
(उपर्युक्त गीत का रूपान्तर निम्न
प्रकार भी मिलता है)
एक घोड़ी मथुरा से आई
लेदे दादा तेरी याहे बड़ाई
के लख मोल सै के लख नै चुकाई
पीले बन्ना तेरे कपड़े नैना में स्याई
बाग पकड़ बन्ना चढ़ गया अपणी चतराई
आगै चतर बन्ना लाडला पाछै सब भाई
परस तलै कै लिकड़े देखैं सब लोग लुगाई
खूब बणे राव का बेटा जणू छेल सिपाई
दामां की बोरी भरी खर्ची सब भाई
सम्बंधी कै छोरी घणी ब्याओ सारे भाई
छज्जै तो बेठी लाडो कुंवर निरखै
छज्जै तो बेठी लाडो कुंवर निरखै
यो वर बाबा जी सांवला
गाड़ियों के अलके छलके गरद उड़ती है
गरद उड़ती वर सांवले
रास्ते में बाबा ताल खुदाओ
न्हाये धोये वर ऊजले
कस्तूरी मंगाओ वर के अंग लगाओ
केसर पिलाओ वर के घोल कै
चन्दन मंगाओ उबटन मंगाओ
न्हाये धोये वर ऊजले
छतर फिरे चर्खी घरणावै
छतर फिरे चर्खी घरणावै
तोता लहरे ले रह्या ए
तोते ऊपर मोर झिगोरै
मोरणियां की लार ए
मंगतू बेटा ब्याह्वण चढ़ग्या
छतर फिरे चकडोर ए
छन्न पक्कियां छन्न पक्कियां
छन्न पक्कियां छन्न पक्कियां, छन्न के ऊपर आरसी।
थारी बेटी राज करेगी, हम पढ़ांगे फारसी।।
छन्न पक्कियां छन्न पक्कियां, छन्न के ऊपर लोटा।
ऐसे घर में ब्याहवण आए, जड़ै पाणी का भी टोटा।।
छन्न पक्कियां छन्न पक्कियां, छन्न के ऊपर बदाम।
एक सखि नै छोड़ के, मैं सब नै करूं प्रणाम।।
छन्न पक्कियां छन्न पक्कियां, छन्न के ऊपर तोता।
जगदेव के ब्याहवण आया, आत्मा राम का पोता।।
छन्न पक्कियां छन्न पक्कियां, छन्न के ऊपर केसर।
सासू मेरी पारवती, सोहरा परमेसर।।
छन्न पक्कियां छन्न पक्कियां, छन्न के ऊपर खीरा।
थारी बेटी नै न्यूं राखूं, ज्यूं अंगूठी में हीरा।।
छन्न पक्कियां छन्न पक्कियां, छन्न के ऊपर बाली।
दूजा छन्न मैं तद सुनाऊं, जब हाथ जोड़ै मेरी साली।।
छन्न पक्कियां छन्न पक्कियां, छन्न के ऊपर आला
बटुए से मुख आली साली मेरी, सोह्णा सा मेरा साला।।
जिद्दिन लाडो तेरा जन्म हुआ है
जिद्दिन लाडो तेरा जन्म हुआ है जन्म हुआ है
हुई है बजर की रात
पहरे वाले लाडो सो गए लग गए चन्दन किवाड़
गुड़ की पात तेरी अम्मां वह पीवै
टका भी खरचा न जाय
सौ सठ दिवले बिटिया बाल धरे हैं तो भी गहन अंधेर
जिस दिन लल्ला तेरा जन्म हुआ है हुई है स्वर्ग की रात
सूतों के पलंग लल्ला अम्मां बी पौढे सुरभि का घृत मंगाय
बूरे की पात तेरी अम्मां तो पीवै
बाबल लुटावै दाम
एक दिवला रे लल्ला बाल धरा है चारों ही खूंट उजाला
जिद्दिन लल्ला तेरा जन्म हुआ है हुई है स्वर्ग की रात
घर बी सून्ना आंगन बी सूना लाडो चली पिता घर तियाग
घर में तो उस के बाबल रोवैं अम्मां बहिन उदास
कोठे के नीचे से निकली पलकिया निकली पलकिया
आम नीचे से निकला है डोला भय्या ने खाई है पछाड़
कोयल शब्द सुनाम
खेल क्यूं ना ले लाडो कौले की गुड़िया मिल क्यों ना ले संग की सहेली
कैसे खेलूं रे बाबा कौले की गुड़िया अब कैसे मिल लूं संग की सहेली
सासू के जाये ने झगड़ा है डाला अब नहीं मिलने हार जी
माय कहै मेरी नित उठ आइयो बाबल कै छठे मास
भैया कहै जीजी काज परोजन या भतीजे के भये
क्या आऊं रे बाबा काज परोजन या भाभी के जाये
क्या आऊं रे बाबा सावन की तीजो क्या रे भतीजों के ब्याह
डोले के पीछे बाबा भी चलिया रथ का पकड़ा है डांड
मेरी तो बेटी रे समधी महलों की बांदी हम तेरे बंदे गुलाम
ऐसा बोल ना बोल मेरे लायक समधी
तुम्हारी तो बेटी मेरे महलों की रानी तुम हमारे सिर के ताज
जीजी रलमिल गुड़ियां खेलती तूं चाली जीजा के साथ
जीजी रलमिल गुड़ियां खेलती तूं चाली जीजा के साथ
बाहण चाली सासरे।
जीजा सुसरा का कहा मत गेरिये सुसरा धरम का बाप
बाहण चाली सासरे।
जीजी सासू का कहा मत गेरिये सासू धरम की मां
बाहण चाली सासरे।
जीजी जीजा का कहा मत गेरिये कटैं तेरे दिन रात
बाहण चाली सासरे।
देवर संग का सुहेलड़ा जैसे धरम का बीर
बाहण चाली सासरे।
जौ गीवहां को उबटणों राय चमेली का तेल
जौ गीवहां को उबटणों राय चमेली का तेल
अत लाडो बैठ्यो उबटणै
मैल झड़े झड़ मैं पड़े नूर चढै गोरे अंग
अत लाडो बैठ्यो उबटणै
आ मेरी मायड़ देख ले तम देख्या सुख होय
अत लाडो बैठ्यो उबटणै
आ मेरी भुआ देखल्यो तमने आरतड़ा रो चाव
अत लाडो बैठ्यो उबटणै
झूमर तो पिया! तुम गढ़वाओ
झूमर तो पिया! तुम गढ़वाओ
बिन्दी लावै मेरे भातइये
चल चुप रह नार! देखे तेरे भातइये
पांच का लावैं पच्चीस ले जाएं
ब्याज मूल में तुझे ले जाएं
देखे तेरे भातइये
कांटे तो पिया तुम गढ़वाओ
कड़े गजरे लावैं मेरे भातइये
बून्दे अंगूठी लावैं मेरे भातइये
पांच का लावैं पच्चीस ले जाएं
दस पांच और ऊपर ले जाएं
ब्याज मूल में तुझे ले जाएं
देखे तेरे भातइये
टीके पै लग रही चांदनी
टीके पै लग रही चांदनी, झूमर पै लग रही चांदनी
तुम देखो जी बने हमारी बीबी लाडली
बून्दों पै लग रही चांदनी, माला पै लग रही चांदनी
तुम देखो...
डोले पे लग रही चांदनी, जोड़ी पै लग रही चांदनी
घर में खिल गई चांदनी, सेजों पै हंस गई चांदनी
तुम देखो...
ठुमक चलती चाल घोड़ी
ठुमक चलती चाल घोड़ी
अजब चलती चाल घोड़ी ठुमक।।
आगे घोड़ी तुम चलो री
पीछे से बाबा हुसियार घोड़ी! ठुमक।।
ऊदी व पीली बादामी सफेद
चार रंग दे रहे बहार घोड़ी। ठुमक।।
आगे घोड़ी तुम चलो री
पीछे से ताऊ हुसियार घोड़ी। ठुमक।।
ऊदी व पीली बादामी सफेद
चार रंग दे रहे बहार घोड़ी। ठुमक।।
डोले तै तलै उतरिया हे बहुअड़
डोले तै तलै उतरिया हे बहुअड़ करके नीची नाड़
सासू जी के पांय लिये सै लिये चरण चुचकार
जीओ हे तेरे भाई भतीजे बणा रहो भरतार
मेरे बेट्टे की बेल बधाई जाम्मे हे राजकंवार
ढोला मारूनी दोनों बातां नी लागे
ढोला मारूनी दोनों बातां नी लागे
थारे पीहर में गोरी धन! कौन पियारा
नींबू पाकन लागे।
एक पियारा अपना बाबुल भी कहिये
दूजी तो पियारी मेरी लाड लडन्ती माय
एक पियारा मुझे अपना बीरन लागे
दूजी दुलारी हमें लाल भवजिया
नींबू पाकन लागे।
इन रे बातों गोरी धन खारी भी लागी
देंगे तुम्हें मन से बिसार
फूल फूलन लागे।
ढोला मारूनी दोनों बातां नी लागे
ससुराल में गोरी धन कौन पियारा
नींबू पाकन लागे।
एक पियारा हमें सौहरा जी कहिये
दूजी पियारी हमें सास सपूती जी
फूल फूलन लागे।
एक पियारी हमें अपनी नन्दल लागे
दूजा प्यारा हमें नन्दी का बीर
फूल फूलन लागे।
इन बातों में गोरी हमें प्यारी भी लागे
देंगे तुम्हें अगड़ घड़ाय
फूल फूलन लागे।
तीतर रै तूं बामै दाहने बोल
तीतर रै तूं बामै दाहने बोल, चढ़ते जमाई का सूण मणाइये जी मैं का राज
कोयल हे तूं बागां में जा बोल, चढ़ते जमाई नै सबद सुणाइये जी मैं का राज
सूरज हे तूं बादल में बड़जा, चढ़ते जमाई नै लागै घामड़ा जी मैं का राज
बादल रे तू झीणा बरस, चढ़ती लाडो की भीजै नौरंग चूंदड़ी जी मैं का राज
आंधी हे तूं झीणी झीणी चाल, चढ़ते जमाई का गरद भरै कपड़े जी मैं का राज
टीबी हे तूं ऊंची नीची हो, चढ़ते जमाई की दीखै पंचरंग पागड़ी जी मैं का राज
तू देख बीबी राधिके! यह कैसे वर आये
तू देख बीबी राधिके! यह कैसे वर आये
चांद नहीं आए सूरज नहीं आये
हाथी के हौदे आहा हाथी के हौदे
ये तो आप सिरी किसन वर आये
सीस मुकट उनके सोहै मुख पे सोहै सेहरा
साथ में उनके चार दल आये
ढम ढम बजती बरात भी लाये
तू देख बीबी राधिके! यह कैसे वर आये
तूं क्यूँ रे पूत अकेलड़ा तेरा लाखी रे दादा तेरे साथ
तूं क्यूँ रे पूत अकेलड़ा तेरा लाखी रे दादा तेरे साथ
नौरंग रचा तेरा सेहरा
तंू क्यूं रे पूत अकेलड़ा तेरा काका रे ताऊ तेरे साथ
नौरंग रचा तेरा सेहरा
तूं क्यूं रे पूत अकेलड़ा तेरा लाखी रे बाब्बू तेरे साथ
नौरंग रचा तेरा सेहरा
तूं क्यूं रे पूत अकेलड़ा तेरा लाखी रे फूफा तेरे साथ
नौरंग रचा तेरा सेहरा
तूं क्यूं रे पूत अकेलड़ा तेरे भाइयां की जोड़ी तेरे साथ
नौरंग रचा तेरा सेहरा
तूं क्यों लाडो डगमगी तेरे समरथ बाबा जी
तूं क्यों लाडो डगमगी तेरे समरथ बाबा जी साथ रतनागर चौरी चढ़ै
तूं क्यों लाडो डगमगी तेरे समरथ भाई जी साथ रतनागर चौरी चढ़ै
तूं क्यों लाडो डगमगी तेरे समरथ मामा जी साथ रतनागर चौरी चढ़ै
तूं क्यों लाडो डगमगी तेरे समरथ काका जी साथ रतनागर चौरी चढ़ै
तूं तै चाल घोड़ी चाल मेरे दादा कै दरबार
तूं तै चाल घोड़ी चाल मेरे दादा कै दरबार
मैं तो अभी चलूं महाराज मन्नै बड़े घरां की लाज
बन्ना जीमै बूरा भात घोड़ी चरै चणा की दाल
तूं तै चाल घोड़ी चाल मेरे ताऊ के दरबार
मैं तो अभी चलूं महाराज मन्ने बड़े घरां की लाज
तेरा तीजन सूना होय
तेरा तीजन सूना होय, बाबुल तेरी धीय बिना
मेरी बहूआं कातेंगी हे, कि लाडो बेटी जाय घरां
तेरा पैंहड़ा रता होय, बाबुल तेरी धीय बिना
मेरी पोती भरैंगी हे, कि लाडो बेटी जाय घरां
मैं तो गुड़िया भूली हे, बाबुल तेरे आले में
मेरी पोती खेलेंगी हे, कि लाडो बेटी जाय घरां
तेरे गोबर बिछ रहा है, बाबुल तेरी धीय बिना
मेरी बहूआं गेरेंगी हे, कि लाडो बेटी जाय घरां
मेरा बहली अटक्यो हे, बाबुल तेरी गलियां में
दो ईंट कढ़वा दे हे, कि लाडो बेटी जाय घरां
तुझे बाबुली कौन कहे, बाबुल तेरी धीय बिना
आसूं तो भर आये नैन, कि लाडो बेटी जाय घरां
तेरा दादा रै बरजै बन्दड़े सांझै चढ़िये
तेरा दादा रै बरजै बन्दड़े सांझै चढ़िये
धूप पडै धरती तपै
उस बन्दड़ी के चा मैं मिरगां नैणी के चा मैं
धूप गिणै ना सर्दी गिणै
तेरा ताऊ रै बरजै बन्दड़े सांझै चढिये
धूप पड़ै धरती तपै
उस बन्दड़ी के चा मैं मिरगां नैणी के चा मैं
धूप गिणै ना सर्दी गिणै
तेरा बाब्बू रै बरजै बन्दड़े सांझै चढिये
धूप गिणै ना सर्दी गिणै
तेरा काका रै बरजै बन्दड़ै सांझै चढिये
धूप पड़ै धरती तपै
उस बन्दड़ी के चा मैं मिरगां नैणी के चा मैं
धूप गिणै ना सर्दी गिणै
तेरा हर्या पीपल सौंपल डाली भौं पड़ै
तेरा हर्या पीपल सौंपल डाली भौं पड़ै
एक आरतड़े की मैं सार न जाणूं क्यूंकर कीज्या बटणां आरता
एक दूर देसां तै मेरी नणन्द आई आरता समझाईयां
एक डाल छोटा पेड़ मोटा कर दे सुहागण आरता
तेरे हाथ कसीदा गोद भतीजा कर दे सुहागण आरता
तेरे हाथ लोटा गोद बेटा कर दे सुहागण आरता
तेरे हाथ तोरी गोद छोरी कर दे सुहागण आरता
छोरियां ने मकर कसार बहुआं ने खाटी राबड़ी
द्योत्यां ने खेलणे, पोते हांडै रोवते
लीपै ते पोत म्हारी धीयड़, हाग हाग दाबै म्हारी कुल बहू
छोरियो तम अपणे घर जाओ, बेल बधावै म्हारी कुल बहू
तेरो हरयो ए पीपल संपुल
तेरो हरयो ए पीपल संपुल फलियो बैलड़ी फलछाइयो
एक दूर देसां ते मेरी भुआ ए आई कर बड़ गोतण आरतो
एक दूर देसां ते मेरी भाणलए आई कर मेरी मां की जाई आरतो
एक आरता को मैं भेद ना जाणू कै विध कीजो भैण्यो आरतो
एक हाथ लोटो गोद बेटो कर मेरी मां की जाई आरतो
एक हाथ कसीदो गोद भतीजो कर बड़ गोतण आरतो
एक आरता की गाय लैस्यां और ज अलल बछेरियां
उस गाय को हम दूधो री पीवां अलल बछेरी म्हारो पिव चढ़ै
वा तो इतणो सो लैकै बाई घरवी चालो दे मेरी मां की जाई असीसड़ो
तम तो लदियो रे बधियो मेरी मां का रे जाया फलियो कड़वा नीम जूँ
तेरी सास नणद रत्न बूझण लागी कैरे ज लाग्यो बहुअड़ आरतो
पान तो रै कै पचास लाग्या सुपारी तो लागी पूरी ड्योढ़ सै
तोरो जरा हुक्म मिल जाये सास
तोरो जरा हुक्म मिल जाये सास जै भात न्यूतने जाऊंगी
जूनागढ़ के बीच में मेरे बाबल सेठ कहावें
देवर जेठानी सब न्यूं कहे बिन भात ना ब्याह सुहावे
अरी क्यों भारत न्योतणे जावे बहुवल तेरो बाप भिखारी
घर घर का भिखमंगा क्या भात भरेगा नंगा
तेरी संग भिखारिण मां है और भीख मांग कर खा है
अरी ओ टोटे में लाचार बहुवल तेरा बाप भिखारी
तूं घर नरसी के जावै नहीं भोजन तुझे खिलावै
भूखण मरे फेर पछतावै बहुवल तेरो बाप भिखारी
दसमास रे बेटा बोझ मरी थी
दसमास रे बेटा बोझ मरी थी
मायड़ ने निरणा दे चढ़या
अपणी मायड़ नै मैं बांदी री ल्यादूं
बड़े ए साजन की धीअड़ी
बारां मास रे बीरा गोद खिलाया
बाहण का निरणा दे चल्या
अपणी बाहण नै मैं अगड़ घड़ा दयूं
ऊपर नौरंग चूंदड़ी
दादा जी नै गोद भरी मेवा सै
दादा जी नै गोद भरी मेवा सै
बापू जी ने गोद भरी मेवा सै
दादी जी नै रच रच हो मांग समारी
अम्मा जी नै रच रच हो मांग समारी
पूछत जनक कहो सिआ प्यारी
मामा जी ने गोद भरी लड्डूआं सै
फूफा जी नै गोद भरी लड्डूआं सै
मामी जी नै रच रच हो मांग समारी
बूआ जी नै रच रच हो मांग समारी
पूछत जनक कहो सिआ प्यारी
दीवा किसने बैठ घड़ाइआं
दीवा किसने बैठ घड़ाइआं अर किसने दीवे लीया रे चुकाय
राजीड़ा रे महल दीवा बलै
दीवा रिछपाल घड़ाइयां और हरिचन्द लीया रे चुकाय
राजीड़ा रे महल दीवा बलै
दीवा तेरै किसने तेल पिरोइयां और किसने गेरी सै बात
राजीड़ा रे महल दीवा बलै
बेबे तेल पिरोइयां अर भावज मल गेरी सै बात
राजीड़ा रे महल दीवा बलै
दीवा बाल धरूं धमसाल मैं मेरे जीमे देवर जेठ
राजीड़ा रे महल दीवा बलै
दीवा बाल धरूं चन्दन रसोई में जित जीमे री मेरी ननदी का बीर
राजीड़ा रे महल दीवा बलै
दीवा बाल धरूं डूंगै ओबरे जित सोवै मेरी ननदी का बीर
राजीड़ा रे महल दीवा बलै
दीवा बाल धरूं चन्दन चौक जित खेले जी मेरा लाडणा पूत
राजीड़ा रे महल दीवा बलै
दीवा कै मण रै दीवा कै मण
दीवा कै मण रै दीवा कै मण गाल्या लोहरे तो कै मण जाल्या कोयला जे
दीवा नौ मण रै दीवा नौ मण गाल्या लोहरे दीवा दस मण जाल्या कायला जे
बात्ते रै तेरे बात्त घाल्यूं सवा सेर की घड़ीए उजेऊं तेलको जे
भर चास्सूं रै भर चास्सूं म्हारै संकर की धनसाल
घर प्यारे कै चांदणो जे
भर चास्सूं रै भर चास्सूं म्हारे रामसिंह की धमसाल
घर राम सरन कै चांदणो जे
दुराणी जिठानी बाबुल बोली हो मारैं
दुराणी जिठानी बाबुल बोली हो मारैं
के नरसी पत्थर ल्यावै हो राम
सास नणदी बोली हो मारैं
के नरसी तील पहरावै हो राम
देवर जेठ बोली हो मारैं
के नरसी मोहर ल्यावै हो राम
तेरा जमाई बोली हो मारै
के नरसी अरथां में आवै हो राम
काणी सी धोबण बोली हो मारै
के नरसी सुरमा ल्यावै हो राम
भेली कसार लेकर हरनन्दी चाली
हो ली सिरसागढ़ की राही हो राम
बूझे सैं उसनै हाली पाली
नरसी भगत कित पावै हो राम
काका ताऊ कै चाली हे जा
नरसी भगत अस्तल में पावै हो राम
कूण किसै के काका ताऊ
नरसी के मैं जांगी हो राम
बूझी सैं उस नै कुएं की पणिहार
नरसी कै मैं जांगी हो राम
दूरे तैं हरनन्दी देखी आंवती
नरसी भगत खड़े होगे हो राम
दोनां हाथां सिर पुचकारा
हे ईसर तेरी माया हो राम
बेटी तैं दई राम जी बेटा बी दिए
आज मनै बहुत रंज आया हो राम
बेबे भी दई भाई बी दिए
आज मन्ने भाती भी चाहिए हो राम
टुट्टी सी गाड्डी बुड्डे से नारे
आप नरसी गड़वाला हो राम
टूटगी गाड्डी बैठगे नारे
खड़े लखावै नरसी भगत हो राम
धौल धौले नारे बाजणां सा रथ
आप किरसन गडवाले हो राम
आ पोंह्चा बाजणां सा रथ
आप किरसन जी भाती हो राम
चार घड़ी लग तील बरसी
पहरो मेरी नणदी हो राम
चार घड़ी लग मोहर बरसी
बरतो मेरे देवर जेठ हो राम
चार घड़ी लग पत्थर बरसे
महल बणाओ सारी दुनिया हो राम
चार घड़ी लग सुरमा बरसा
सारो काणी धोबिन हो राम
द्योराणी जिठाणी बूझण लागी
कुणसा हे हरनन्दी तेरा भाई हो राम
ओरां के आवैं भाई भतीजे
मेरे किरसन जी आए हो राम
दूधी की धार मारूं माता नै
दूधी की धार मारूं माता नै कदे तू गुमानी भूल नहीं जा
याद दिलांऊ सूं अक आवैगी अब नई बहूरानी बेटा भूल नहीं जा
भाई का सुखी हो सरीर, जुग जुग जीवो मेरा बीर
याद दिलाऊं सूं अक मां जाई की या सै निसानी बीरा भूल नहीं जा
दो खरबूजे एक से क्या जी
दो खरबूजे एक से क्या जी दो खरबूजे रस भरे दोनों लाल गुलाल
दोनूं समधी एक से कोए एक हीरा एक ऊंचे साजनों जी लाल
बन्ना आया मैं सुण्या क्या जी कूदूं कलियर कोट
पुरजा पुरजा उड़ गया मेरे रतिए न लागी ऊंचे साजनों जी चोट
ऊतर बन्ना घोड़िए क्या जी देख सुसर की जी पोल
सोना तुल्ले हे तराजुए एक हाथी घूमै ऊंचे साजनों जी बाहर
बन्ना बन्नी ले चले क्या जी समधी ले चले दान
बराती फीके पड़ गए उनकी किन्हें न पूछी भड़वे जानके जी बात
धण पिआ मताए मताइआं जी
धण पिआ मताए मताइआं जी
जी पिआ कहो तो चीठी लिख गेरां
मेरा राजिड़ा
कहो तो सांडिआं भेजां जी
जी पिआ चीठी तो मजले मजले जा
मेरा राजिड़ा
सांडिआ जावै तावली जी
जी पिआ न्योंदूंगी बाप मेरे कै सीम
मेरा माईजाया
सीम सधै की पीपली जी
रे बीरा न्योंदूंगी बाप मेरे के खेत
हाली हल बीरा जोतिआ रे
रे बीरा न्योंदूंगी बाप मेरे के बाग
बांगा मैं कोल झिंगारिआ रे
रे बीरा न्योंदूंगी बाप मेरे के कंुआ
कुंआ बठांदी झीमरी रे
रे बीरा न्योंदूंगी बाप मेरे के ताल
ताल बणंदी बीरा धोबणी रे
रे बीरा न्योंदूंगी बाप मेरे के गोरा
गोरा बठांदी बीरा गऊ चरै रे
रे बीरा न्योंदूंगी बाप मेरे के गाल
गाल बठांदी बीरा भंगणा रे
रे बीरा न्योंदूंगी बाप मेरे की परस
परसे पचे लोग बीरा
रे बीरा न्योंदूंगी बाप मेरे की पोल
पोल बठांदी रातां देई मेरी मां
रे बीरा न्योंदूंगी बाप मेरे की रसोई
रसोइए बठांदी बीरा बाह्मणी रे
रे बीरा न्योंदूंगी बाप मेरे का मुढला
मुढले बैठी भाबी आपणी
गोद खिलंदा भतीजड़ा जी
रे बीरा न्योंदूंगी रातां देई मायड आपणी
ताई चाचिआं का बीरा झूकमकारे
रे बिरा न्योंद्या कोए सब परवार
मेरा माई जाया
भूल चली छोटी बहनड़ी जी
हे बेबे बाहवड़ बाहवड़ मां की जाई
हे बहनड़ मेरी
हम न सिख बुध दे चलो जी
रे बीरा सिख बुध देइए न जाय
मेरा माई जाया
सिख सरीरे बीरा ऊपजै जी
रे बीरा ल्याइयो मेरे तीवल पचास
मेरा माई जाया
आंगी सिरकै बीरा डेढ सै जी
रे बीरा ल्याइओ मेरे मोहर पचास
मेरा माई जाया
रोक रुपइए बीरा पानसै जी
रे बीरा ल्याइओ मेरे काँसण की जेट
मेरा माई जाया
बीच ठणकदा रे बीरा बेल्वा जी
रे बीरा ल्याइया मेरै टोकणै दो चार
मेरा माई जाया
बीच खुड़कदा बीरा कडछा जी
रे बीरा ल्याइओ मेरै म्हेसां को लार
रे बीरा ल्याइयो मेरै चोलां की पोट
मेरा माई जाया
हरे हरे मूंग दिसावरी जी
रे बीरा ल्याइयो मेरै गोआं की लार
तलै चूंघते बाछड़ा जी
रे बीरा इतणा तो ले घर आइओ
मेरा माई जाया
या घर रहियो बीरा आपणे जी
हे बेबे इब कै तो इतणा ना हो
मेरा माई जाया
हे किस विध आवै तेरे भातिआं जो
रे बीरा मेरे आंगण राए चन्दन का पेड़
मेरा माई जाया
झट रै चढूं झट उतरू जी
रे बीरा कद की रे देखूं थी बाट
मेरा माई जाया
कद सीक आवै मेरे भातिआं जी
रे बीरा छोटी नणदल बोले से बोल
मेरा माई जाया
फिट भाबी तेरे भातिआं जी
रे बीरा छोटा देवर राख्या सै मान
मेरा माई जाया
वे आए भाबी तेरे भातिआं जी
रे बीरा सिर पर मटकी धरी ए उठा
मेरा माई जाया
सरवर पाणी बीरा मैं गई जी
रे बीरा तै कित लाई सै वार
मेरा माई जाया
सब तै पैले बीरा न्योंदिआ जी
हे बेबे मायड़ नै लाई सै वार
मेरी अम्मां जाई
तेरा ए भात सिजोबंदे जी
हे बेबे दरजी नै लाई सै वार
मेरी अम्मां जाई
तेरा दामण सीमदे जी
हे बेबे लीलगर ने लाई सै वार
तेरा चूंदड़ रगांवदे जी
हे बेबे मणिआर ने लाई सै वार
तेरी चूड़िआं जुड़ांवदे जी
हे बेबे सुनरे नै लाई सै वार
तेरा अगड़ घ्ज्ञड़ावले जी
हे बेबे भावज नै लाई सै वार
अपणा कंवर सिंगारदे जी
हे बीरा रांधूंगी चावल का भात
मेरा माई जाया
अपणै घर का बीरा टोकणा जी
हे बीरा जीमण बेठे देवर जेठ
मेरा माई जाया
उझल पड्या मेरा टोकणा जी
रे बीरा रांधूंगी अपणे घर का भात
मेरा माई जाया
बाबल का घर का बीरा टोकणा जी
रे बीरा जीमण बैठ्या
भातिआं का पेट पंसेरा
कड़छा बाज्या मेरै टोकणै जी
के बीरा खाई थी उड़दां की दाल
मेरा माई जाया
हग ए भर्या मेरा ओबरा जी
रे बीरा उठ्या ए आधड़ी सी रात
मेरा माई जाया
मूसल मार्या बीरा कांख मैं जी
रे बीरा मूसल मेरा दे कै बी जा
मेरा माई जाया
देवर जेठाणियां का सीर का जी
ऐ बेबे जाऊंगा कीकरिआं कै देस
मेरी मां की जाई
मूसल ल्याऊ बेबे साल का जी
रे बीरा मूसल तै और भतेरे
मेरा माई जाया
देवर जिठाणी बोली मारैंगी जी
नगरी नगरी द्वारे द्वारे
नगरी नगरी द्वारे द्वारे
ढूंढूं रे सांवरिआ
सीस बन्नै के सेरा सोए
लड़िओं पे नजरिआ
नगरी नगरी...
कान बन्नै के मोती सोए
सच्चयां पे नजरिआ
नगरी नगरी...
गल्ल बन्नै के तोड़ा सोए
टिकड़ै पर नजरिआ
नगरी नगरी...
हाथ बन्नै के घड़िआं सोए
गुट्ठी पै नजरिआ
नगरी नगरी...
पैर बन्नै के जूता सोए
चलगत पै नजरिआ
नगरी नगरी...
सेज बन्नै के बनडी सोए
जोड़ी पै नजरिआ
नगरी नगरी...
हेठ बन्नै के लील्ली सोए
महफिल पै नजरिआ
नगरी नगरी...
नीम्ब के लागी निम्बोली दादा हो
नीम्ब के लागी निम्बोली दादा हो
समधी की रीतगी न्यौली दादा हो
कन्या नै दो परणाय दादा हो
जांडां के लागी झींझ दादा हो
समधी नै आ गई नींद दादा हो
कन्या नै दो परणाय दादा हो
आकां कै लागै डोडे दादा हो
समधी के जुड़ गये गोडे दादा हो
कन्या नै दो परणाय दादा हो
परोस दिये भाजी लड्डू पूरी पकवान जी
परोस दिये भाजी लड्डू पूरी पकवान जी
जीमो जीमो समधी पंच पकवान जी
बताओ बताओ समधी अपनी बात जी
मां हमारी चांदनी और बाबुल पूनो का चांद जी
हमारे सारे भाई राज कुंवर बहन रानी राधिका जी
बहू हमारी चम्पा की कली सोभा है रनिवास की
मां तुम्हारी नटनी और बाप तुम्हारा बटुआ जी
तुम सारे भाई बनजारे बहन तुम्हारी बांदियां सी जी
पहला फेरा लीजिए दादा की है पोती
पहला फेरा लीजिए दादा की है पोती
दूजा फेरा लीजिए ताऊ की है बेटी
तीजा फेरा लीजिए बाबल की है बेटी
चौथा फेरा लीजिए काकै की है बेटी
पांचमा फेर लीजिए मामै की है भाणजी
छटा फेरा लीजिए नाना की है धहौती
सातवां फेरा लीजिए लाडो होई पराई
पड़ै बुन्दियां भरैं क्यारी समय बरसा लगे प्यारी
पड़ै बुन्दियां भरैं क्यारी समय बरसा लगे प्यारी
बनै के सीस पै मौड़ा तेरे गजरों पै मैं वारी
बने की सास साली सभी झरोखे झांकती देखीं
बना घोड़े चढ़ा जाता छवि उसकी पै सब वारीं
पड़े बुंदियां...
बने के अंग पर जामा तेरे सेहरे पै मैं वारी
बने के हाथ की अंगूठी तेरी घड़ियों पै मैं वारी
बने के पैर में जूता तेरी चाली पै मैं वारी
बने के संग मैं बनड़ी तेरी जोड़ी लगे प्यारी
पड़ैं बुन्दियां...
पाँच पतासे पान्या का बिड़ला
पाँच पतासे पान्या का बिड़ला
लै सैयद पै जाइओ जी
जिस डाली म्हारा सैयद बैठ्या
वा डाली झुक जाइयो जी
पांच पतासे पान्या का बिड़ला
लै माता पै जाइयो जी
जिस डाली म्हारी माता बैठी
वा डाली झुक जाइयो जी
पांच पतासे पान्या का बिड़ला
लै देवी पै जाइओ जी
जिस डाली म्हारी देवी बैठी
वा डाली झुक जाइयो जी
पाँचू तेरे कापड़े कोनै सिमाए ए बना
पाँचू तेरे कापड़े कोनै सिमाए ए बना
दर्जी बेटा वह सीमे री मेरे मामा सिमाए
मैं तनैं बूझूं रे बना तनै किसी मिली मिरगा नैणी
साली मेरी कालियां री मेरी जोटल गोरी
पिया मेरी किलफां ले जा
पिया मेरी किलफां ले जा, भर्या बाहण के भात
मैं कैसे जाऊं नौतन ना आई मेरे भात
हो उसनै कोई न जाणै हम ने तकेगा संसार
है तनक सी ने भैया लिया रे समझाए
पिया मेरा झूमर ले जा, भर्या बाहन के भात
मैं कैसे जाऊं नौतन ना आई मेरे भात
हो उसने कोई न जाणै हम ने तकेगा संसार
है तनक सी नै भैया लिया रे समझाए
पिया मेरा गुलबन्द ले जा, भर्या बाहन के भात
मैं कैसे जाऊं नौतन ना आई मेरे भात
हो उसने कोई न जाणै हम ने तकेगा संसार
है तनक सी नै भैया लिया रे समझाए
पूछें अपनी गोरड़ी कैसा रानी जी थारा भाग
पूछें अपनी गोरड़ी कैसा रानी जी थारा भाग
बधावा जी हमारे नित नया
हमारा नहीं जी तुम्हारी माय का भाग
जिन जाये हैं गिरदां वाले पूत
जिन जाये हैं अर्जुन जैसे पूत
बधावा जी हमारे नित नया
फलाणे की बहु का घागरा
(यहां किसी का भी नाम लिया
जा सकता है जिसे सींठने दिये
जाते हैं)
... की बहू का घागरा
धोबी धोए रे छिनाल
रे धइआं
धौंदे धौंदे बह गया
खड़ी रोवै रे छिनाल
रे धइआं
म्हारा...(अपने पक्ष के किसी पुरुष का नाम) न्यू कहै
क्यूं रोवै रे छिनाल
रे धइआं
बनड़ी! चलो जी हमारे साथ
बनड़ी! चलो जी हमारे साथ नारंगी ले लो रस भरी
बन्ने! दादा जी छोड़े ना जांय दादी में हमारा मन घना
बन्ने! बाबल छोड़े ना जांय अम्मा में हमारा मन घना
बन्ने! चाचा ताऊ छोड़े ना जांय चाची ताई में मन घना
बन्ने! भाई बहन छोड़े ना जांय मामा मामी में मन घना
बन्ने! यह घर छोड़ा ना जांय इस नगरी में हमारा मन रमा
बन्नी! यह सब झूठा है जंजाल असल में सच्चे दो जने
बनी! चलो जी हमारे साथ नारंगी ले लो रस भरी
बनड़े की घोड़ी बिदकै मेरा कलेजा धड़कै
बनड़े की घोड़ी बिदकै मेरा कलेजा धड़कै
सीस बने के सेहरा, लड़ियां से लाल लटकै
गले बने के तोड़ा, घूण्डी से लाल लटकै
हाथ बने के घड़ियां, कांगणे सै लाल लटकै
पैर बने के जूता, चलगत से लाल लटकै
हेठ बने के लीला, चाबुक से लाल लटकै
गैल बने के बनड़ी, जोड़ी से लाल लटकै
बनड़े सीस तेरे का सेहरा
बनड़े सीस तेरे का सेहरा, बनड़े कान तेरे के मोती
मोहे बखसो ना जी बनड़ा
बनड़ी जो देखो सोए मांगों, घर के लडैंगे ए बनड़ी
रायबर घर क्यां तै डरो था, क्यों परणों थे जी बनड़ा
बनड़ी बालक सा ब्हाह्या था, अब सुध आई है बनड़ी
बनड़ा गल तेरे का तोड़ा, बनड़ा अंग तेरे का जामा
मोहे बखसो ना जी बनड़ा
बनड़ी जो देखो सोए मांगों, घर के लड़ैंगे ए बनड़ी
रायबर घर क्यां तै डरो था, क्यों परणों थे जी बनड़ा
बनड़ी बालक सा ब्हाह्या था, अब सुध आई है बनड़ी
बनड़ा हाथ तेरै की घड़िआं, बनड़ा पैर तेरे का जूता
मोहे बखसो ना जी बनड़ा
बन्ना ए कित बाजा रे बाजिया
बन्ना ए कित बाजा रे बाजिया,
बन्ना ए कित घरा रे निसान छोटा छेल उतर्या बाग मैं।
तेरी बंदड़ी रे कह्वै रै बन्ना,
तूंए सबेरी सबेरी आय छोटा छेल उतर्या बाग मैं।
बंदड़ी गहणा घड़ावण मैं गया,
सुनरे ने ला दई बार रे छोटा छेल उतर्या बाग मैं।
बंदड़ा गहणा घड़ावै तेरा दादा जी तेरा ताऊ जी,
तूं तड़कै ए तड़कै आय छोटा छेल उतर्या बाग मैं।
बन्नी कपड़ा बिसावण मैं गया,
बणिया नै ला दई बार छोटा छेल उतर्या बाग मैं।
बन्दड़ा कपड़ा बिसावै तेरा बाबल जी तेरा काका जी,
तूं सबेरी ए सबेरी आय छोटा छेल उतर्या बाग मैं।
बंदड़ी मैंहदी बिसावण मैं गया,
पंसारी नै ला दई वार छोटा छेल उतर्या बाग मैं।
बंदड़ा मैंहदी बिसावै तेरा बीर जी तेरा मामा जी,
तूं रै सबेरी ए सबेरी आय छोटा छेल उतर्या बाग मैं।
बन्ना ए कित बाजा रे बाजिया,
बन्ना ए कित धरा रे निसान छोटा छेल उतर्या बाग मैं।
बन्ना काली रे बदरिआ गोरा चन्दा
बन्ना काली रे बदरिआ गोरा चन्दा, मैं तारों मैं तै आण मिलूंगी
बन्ना दूर मत जाइयो नदी नाले, मैं वहांए तम तै आण मिलूंगी
बन्ना सीस तेरे का सेहरा मैं लड़ियां ऊपर बार डालूंगी
बन्ना कान तेरे के मोती, मैं सच्यां ऊपर बार डालूंगी
बन्ना गल तेरे का तोड़ा, मैं घुण्डी ऊपर बार डालूंगी
बन्ना हाथ तेरे की घड़ियां, मैं महन्दी ऊपर बार डालूंगी
बन्ना पैर तेरे का जूता, मैं चलगत ऊपर बार डालूंगी
बन्ना हेठ तेरे की लीली, मैं चाबुक ऊपर बार डालूंगी
बन्ना काली रे बदरिया गोरा चन्दा, मैं तारों मैं तै आण मिलूंगी
बन्ना दूर मत जाइयो नदी नाले, मैं बहांए तुम तै आण मिलूंगी
बन्ना जी मैं तो राज घर सै आई
बन्ना जी मैं तो राज घर सै आई
बन्ना जी तेरे बाबा की ऊंची हवेली
बन्ना जी तेरे बाबल की ऊंची हवेली
बन्ना जी मैं तो चढ़ती चढ़ती आई
बन्ना जी मैं तो राज घर सै आई
बन्ना जी तेरी दादी बड़ी लड़ाकी
तेरी अम्मा का तेज मिजाज
बन्ना जी मैं तो डरती डरती आई
बन्ना तो हांडे अपने बाबा जी की गलियां
बन्ना तो हांडे अपने बाबा जी की गलियां
दादी तो फिरै रहसी रहसी रे महल में
सेर मोती बारूं जी बन्ने पै
मोती भी वारूं मैं तो हीरे भी वारूं
सेर मोती...
बन्ना तो घूमै अपने बाबुल की गलियां
अपने चाचा की गलियां
अम्मा चाची फिरें रहसी रहसी रे
सेर मोती...
बन्ना तो आया अपने मामा की गलियां
अपने फूफा की गलियां
मामू बुआ फिर हुलसी हुलसी रे
सेर मोती...
बनी ए थारे बाबा जी से कहियो
बनी ए थारे बाबा जी से कहियो रंगावै पंचरंगी चूंदड़ी
पोत सत संगत मंगवाइयो गोटा ग्यान गोरखरू लगाइयो
बूटी राम नाम गिरवाइयो ओढ़ो ओढ़ो ए सुहागण पति भरतारी चूंदड़ी
बनी ए थरे ताऊ जी से कहयो रंगावै पंचरंगी चूंदड़ी
पोत सत संगत मंगवाइयो गोटा ग्यान गोरखरू लगाइयो
बूटी राम नाम गिरवाइयो, ओढ़ो ओढ़ो ए सुहागण पति भरतारी चूंदड़ी
बनी ए थरे बाब्बू जी से कहयो रंगावै पंचरंगी चूंदड़ी
पोत सत संगत मंगवाइयो गोटा ग्यान गोरखरू लगाइयो
बूटी राम नाम गिरवाइयो, ओढ़ो ओढ़ो स सुहागण पति भरतारी चूंदड़ी
बनी ए बाबा उमराओ मंगाओ हीरां की चूड़ी
बनी ए बाबा उमराओ मंगाओ हीरां की चूड़ी
पतली चूड़ी ठीकमठीक, उन में जड़े नगीने बीस
बनी है यारे गोरे से पोंहचे पै सोहणे हीरां की चूड़ी
बनी ए बापू जी उमराओ, मंगाओ हीरां की चूड़ी
पतली चूड़ी ठीकमठीक, उन में जड़े नगीने बीस
बनी यारे गोरे से पोंचे पै सोहणे हीरां की चूड़ी
बनी ए ताऊ जी उमराओ मंगाओ हीरां की चूड़ी
पतली चूड़ी ठीकमठीक, उन में जड़े नगीने बीस
बनी है यारे गोरे से पोंहचे पै सोहणे हीरां की चूड़ी
बागां में मेंहा बरसै सरवर पै मेंहा बरसै
बागां में मेंहा बरसै सरवर पै मेंहा बरसै
मत बरसै इन्दर मेरी मां का जाया बरसै
माला पै रंग बरसै चम्पा पै रंग बरसै
मत बरसै इन्दर राजा थाली में बीरा बरसै
बाजा है नघारा रणजीत का है
बाजा है नघारा रणजीत का है जणू हाक्यम आया।
अपणी सीमा ना छोड़ कै हे म्हारी सीमी आया
अपणी बेबे न छोड़ के हे म्हारे ब्याहवण आया।
बाबल साहब की बांकी हवेली
बाबल साहब की बांकी हवेली
जिस मैं चार अम्बारिआं
बाबै साहेब की ऊंची हवेली
जिस में चार अम्बारिआं
पहली मैं म्हारी लाडो दिवला जगत है
दूजी में लोटा झारिआं
तीजी अम्बारी लाडो सुनरा घड़त है
चौथी में पाट बलाइआं
बाबा जी के कमरै मैं बन्ना जी बुलाए
बाबा जी के कमरै मैं बन्ना जी बुलाए
बाबल जी के कमरै मैं बन्ना जी बुलाए
देख म्हारी लाड्डो यो कैसे वर आए
चन्दा नहीं आए सूरज नहीं आए
हात्थी के होदे राजा राम चन्दर आए
बाबा देस जांदा परदेस जाइयो
बाबा देस जांदा परदेस जाइयो म्हारी जोड़ी का बर ढूंडियो
लाडो देस जांदा परदेस जांगा, ढूंडिया सै फूल गुलाब का
ताऊ देस जांदा परदेस जाइयो म्हारी जोड़ी का वर ढूंडियो
लाडो देस जांदा परदेस जांगा, ढूंडिया सै फूल गुलाब का
मामा देस जांदा परदेस जाइयो म्हारी जोड़ी का वर ढूंडियो
लाडो देस जांदा परदेस जांगा, ढूंडिया सै फूल गुलाब का
भाई देस जांदा परदेस जाइयो म्हारी जोड़ी का वर ढूंडियो
लाडो देस जांदा परदेस जांगा, ढूंडिया सै फूल गुलाब का
बाबे तेरे की दोय क्यारियां
बाबे तेरे की दोय क्यारियां बाग लगवाइये म्हारा छैल बन्ना
काची कलियां तोड़ कै सुवा साफा रंगवाइये म्हारा छेल बन्ना
सुवा साफा बांध कै सुसराल बिग जाइये म्हारा छेल बन्ना
साली तुम्हारी गाभरू धीमे बतलाइये म्हारा छेल बन्ना
सासू तुम्हारी हांडणी जरा सीख देता आइये म्हारा छेल बन्ना
बीबी की दादी रानी जी से अरज करै
बीबी की दादी रानी जी से अरज करै
बिटिया की अम्मा बाबुल जी से अरज करै
बिटिया ऐसे घर दीजो जी पलंग बैठी राज करै
सोने का पलका जी बैठी हुक्म करै
सोने की झारी जी चौका बैठी दातुन करै
छोटे देवर नन्नदें ‘भाभी’ ‘भाभी’ नित ही करैं
बन्ना राजकुंवर सा जी सब कुछ न्यौछावर करै
बीबी की चाची ताई भाभी जीजी अरज करै
लाडो ऐसे घर दीजो जी रानी बनी हुक्म करै
ससुर राजा दसरथ से औ कौसल्या सास मिलै
वर तो कुंवर कन्हैया जी ‘रानी’ ‘रानी’ नित ही करै
बीबी तेरे बाबा जी खड़े
बीबी तेरे बाबा जी खड़े
राम-रथ हांक दिया
बीबी मांगणा हो सोए मांग
अभी तो तनैं मिल सकदा
मैं तो बर मांगूं भगवान
देवर छोटे लछमन से
मैं तो मांगू कुसल्या बरगी सास
ससुर राजा जसरथ से
मैं तो मांग अजुध्या जी का राज
तख्त बैठी हुकम करूं
बीबी तो म्हारी जैसे चन्दा चकोर
बीबी तो म्हारी जैसे चन्दा चकोर
लाडो तो मांगे म्हारी हाथी का दान
हस्ती का दान तेरा बाबा जी देगा
बाबल जी देगा
म्हारे पै तो हैंगे लक्ख चार
हे री लक्ख चार
लाड्डो तो म्हारी जैसी चन्दा चकोर
बीबी दूर खेलण मत जा
बीबी दूर खेलण मत जा
साजन आज आवेंगे
लाडो दूर खेलन मत जा
साजन आज आवेंगे
मैं तो खेलूं अपने बाबा जी की पोली
बाबल जी की पोली
साजन आज आवेंगे
लाडो गिरद गई असमान
हात्थी के होद्दे आवेंगे
नाई का दूध पखालों उनके पैर
भोजन देइओ खान नै
नाई का झाड़ बिछाईयो उनकी खाट
कुसामद करिओ भोत घणी
बीबी दूर खेलन मत जा
साजन आज आवेंगे
बीबी हमारी है चांद तारा
बीबी हमारी है चांद तारा
वो चांद तारा बर मांगती है
बर ढूंढण बाई जी का दादा जी निकसा
बर ढूंढण बाई जी का बापू जी निकसा
चांरू तरफ बर वे ढूंढते हैं
एफे पास के बन्ने भोत हैं।
बीए पास बर ओ मांगती है
बीरा थे दाम्मण भल ल्याईओ
बीरा थे दाम्मण भल ल्याईओ
चुन्दड़ी पर रतन जड़ाईओ
म्हारा रिमक झिमक भाती आईओ
बेस्सर थे भल ल्याइओ
झूमर पर रतन जड़ाईयो
म्हारा रिमक झिमक भाती आईओ
बोरलै पै रतन जड़ाईयो
म्हारा रिमक झिमक भाती आईयो
मनैं बहली दीखी आवती साथिण के आए लणिहार
मनैं बहली दीखी आवती साथिण के आए लणिहार
साथिण मेरी तड़कै डिगर जागी
ए बीरा एक बै घेरां में जाइए बाबल की धीर बंधाइए
रे उसने रो रो सुजा लई आंख बेटी तै मेरी तड़कै डिगर जागी
ए बीरा एक बै साला में जाइए माइयड़ की धीर बंधाइए
रे उसने रो रो सुजा लई आंख बेटी तै मेरी तड़कै डिगर जागी
मत रोवै बाबुल मेरे दुनिया का योह् सै ब्योहार
मत रोवै मां मेरी बाबली दुनिया का योह् सै ब्योहार
योह् सै जगत में होती आवै
म्हारे आंगण कीचड़ा
म्हारे आंगण कीचड़ा
बे किन डोल्या पाणी
म्हारी हथलाड्डो नहाई बे
नाण डोल्या पाणी
आया सामजी ढै पड्या बे
उन की टांग निताणी
टांग निताणी के करै बे
गोडे पडग्या पाणी
पड़ी ए पड़ी ललकारे बे
जनूं दल्लो राणी
मोरी म्हं को लीक्ड्या बे
जणूं सामण का पाणी
धम्मड़ धम्मड़ कूटी बे
जणूं धान्नां की घाणी
म्हारे घेर में आ रह्या री बटेऊ
म्हारे घेर में आ रह्या री बटेऊ, साथण का लणिहार
साथण चाल पड़ी मेरे डब डब भर आये नैण
अपणी साथण नै घाघरा सिमा द्यूं नाड़ा झुब्बेदार,
साथण चाल पड़ी मेरे डब डब भर आये नैण
अपणी साथण नै मैं चूंदड़ी रंगा द्यूं, फूल पड़े हजार,
साथण चाल पड़ी मेरे डब डब भर आये नैण
अपणी साथण नै मैं सासरे खंदा द्यूं गैल बटेऊ जा,
साथण चाल पड़ी मेरे डब डब भर आये नैण
अपणी साथण नै मैं तावली मंगा ल्यूं, भेजूं माई जाया बीर
साथण चाल पड़ी मेरे डब डब भर आये नैण
म्हारे बंदड़े का सोन्हा जामां
म्हारे बंदड़े का सोन्हा जामां
ऊपर धार बंधी री बटणां की।
चाची ताई मंगल गावैं सारे बगड़े की,
लोंग बखेर हे बाहण बंदड़े की।
चाचे ताऊ मामे फूफे री बराती,
चढ़ गई झाज बनी के सुसरे की।
म्हारै आंगणा बाजा बाजिया जी मंकारा
म्हारै आंगणा बाजा बाजिया जी मंकारा, पछोकड़ री म्हारै धर्या हे निसान।
बधावा मैं सुना जी मकारा म्हारा सोहरा गढ़ा का चौधरी जी मकारा।
म्हारी सासड़ री म्हारी घर की सै मैड़, बधावा जी मैं सुनां जी मकारा।
मुबारिक सादी हो बनड़े ये घोड़ी नाचती आई
मुबारिक सादी हो बनड़े ये घोड़ी नाचती आई
तेरे बाबा हजारी नै बड़ी दूरों से मंगवाई
तेरे ताऊ हजारी ने बड़ी दूरों से मंगवाई
तेरे मन पसंद बनड़े ये घोड़ी क्यूं नहीं आई
मुबारिक सादी हो बनड़े ये घोड़ी नाचती आई
तेरे बाब्बू हजारी नै बड़ी दूरों से मंगवाई
तेरे चाचा हजारी नै बड़ी दूरों से मंगवाई
तेरे मन पसंद बनड़े ये घोड़ी क्यूं नहीं आई
मुबारिक सादी हो बनड़े ये घोड़ी नाचती आई
तेरे फूफा हजारी नै बड़ी दूरों से मंगवाई
तेरे मौसा हजारी ने बड़ी दूरों से मंगवाई
तेरे मन पसंद बनड़े ये घोड़ी क्यूं नहीं आई
मुरकियां बारो आयो री मरोड़ घणी
मुरकियां बारो आयो री मरोड़ घणी
सोने ने बाप बणायो री मरोड़ घणी
बागे वाले आये री मरोड़ घणी
दरजी ने बाप बणायो री मरोड़ घणी
मेरा री हरियाला बन्ना लाख करोड़ी
मेरा री हरियाला बन्ना लाख करोड़ी।
बाग बेच बागीचे बेचूं अर बेचूंगी अंबिया
अंबिया में की गुठली बेचूं तो बाबल की जाई
मेरी री...।
महल बेचूं दुमहिल बेचूं और बेचूंगी अटारी
अटारी में की खिड़की बेचूं तो बाबल की जाई
मेरी री...।
जब यह मांगे रो रो पैसा तब यह सासू तेरा
अब यह लाता भर भर थेली अब यह बन्ना मेरा
मेरी री...।
जब यह मांगे रो रो रोटी तब यह सासू तेरा
अब यह लावे भर भर दौने अब यह बन्ना मेरा
मेरी री...।
जब यह पहने कुर्ता टोपी तब यह सासू तेरा
अब यह पहने नीची धोती अब यह बालम मेरा
मेरी री...।
देवी धाई दुर्गा धाई जब यह बेटा पाला
अब बहू विधाता ऐसी आई अपना कर बैठाला
मेरी री...।
क्यों सासू तू देवी धाई क्यों धाई तू दुर्गा
पंचों दीन्हां हमने लीन्हा तूने क्या कर दीन्हा
मेरी री...।
मेरा सुसरा बरजै हे बहू!
मेरा सुसरा बरजै हे बहू! मत नौतो अपणा भैया,
मेरा हीवड़े का जीवड़ा मिसरी का कूजा भैया।
मेरा जेठा बरजै हे बहू! मत नौतो अपणा भैया,
मेरा हीवड़े का जीवड़ा मिसरी का कूजा भैया
देवर बरजै हे भाभी! मत नौतो अपणा भैया,
मेरा हीवड़े का जीवड़ा मिसरी का कूजा भैया
मेरा राजा बरजै हे गोरी! मत नौतो अपणा भैया,
मेरा हीवड़े का जीवड़ा मिसरी का कूजा भैया
मेरी बन खंड को कोयल बन खंड छोड़ कहां चली
मेरी बन खंड को कोयल बन खंड छोड़ कहां चली
मेरे ताऊ ने बोले हैं बोल बचन की मारी मैं चली
मेरी बन खंड की कोयल बन खंड छोड़ कहां चली
मेरे बाबुल ने बोले हैं बोल बचन की मारी मैं चाली
मेरी बीबी सोवै अटरिया
मेरी बीबी सोवै अटारिया पहने है झुमके बालियां
बीबी सोई सोई उठ जागियां अपने बाबा दादा से बर मांगिया
बाबुल एक कहा मोरा कीजिये मुझे राय रतन बर दीजियो
बेटी रायरतन सिर सेहरा जैसे बागों में खिल रहा केवड़ा
बेटी मत कर मन पछतावड़ा तेरी अम्मा गोरी बाबल सांवला
बेटी आप किसन भी सांवले रुक्मण का रंग ऊजला
मेरी मालन रंगीली गून्थ लायी री सेहरा
मेरी मालन रंगीली गून्थ लायी री सेहरा गून्थ लायी री
कहां तो बोया केवड़ा री कहां तो बोया गुलाब री
किनारे किनारे बोया केवड़ा री क्यारी में बोया गुलाब री
किन ये डाल झुकाइयां री और किन ये बीने हैं फूल री
मेरी मालन छबीली...
माली ने डाल झुकाइयां री और मालन ने बीने हैं फूल री
गून्था ए गून्था वारी ला हां धरा ए चंगेरी के बीच री
मेरी मालन छबीली...
सिर धर मालन निसरी री मेरठ के तखत बजार री
लोग महाजन पूछिया अरी कर सेहरे का मेल री
मेरी मालन छबीली....
यौं तो लगे या मे डेढ़ सौ री, और लाल लगे लख चार री
उड़ने तो लगी चिड़कली जी कूकन लागे मोर री
मेरी मालन छबीली...
किन यह सेहरा मंगाइयां री और किस के घर में जाय री
...का बेटा... का पोता ब्याहियां उन घर जाये री
मेरी मालन छबीली...
मेरी मेहंदी के औड़े चौड़े पात
मेरी मेहंदी के औड़े चौड़े पात रे बीरा बारी बारी जां
मैं तो पीसूंगी चकले के पाट रे बीरा बारी बारी जां
मैं तो घोलूंगी हिरणी के दूध रे बीरा बारी बारी जां
मैं तो लाऊंगी देवेन्द्र भाई के हाथ रे बीरा बारी बारी जां
मेरी सांझे तील दिखा दई कर दिया मकर कसार
मेरी सांझे तील दिखा दई कर दिया मकर कसार
मैं बखते बहैल बिठा दई कर दई लम्बे राह
बादल तैं बादल अड़ रहा नन्ही पड़ैं फुहार
बेहल का परदा भीजै री बुलदां का भीजै सिंगार
पति का साफा भीजै री मेरे भी लगैं बौछार
मेरी भी चूंदड़ी भीजै री पति का हरा रूमाल
मेरी सोने की सलाई साजन लेन चले
मेरी सोने की सलाई साजन लेन चले
जगमोतियन की माला लेन चले
बाबा जी तुम भी कैसे हारे
लाला जी तुम भी कैसे हारे
बीबी तेरे कारण हारे
बेटी लाडो तेरे कारण हारे
पोते के कारण जीत चले
बेटे के कारण जीत चले
मेरी सोने की सलाई साजन लेन चले
जगमोतियन की माला लेन चले
मेरे दादा के पछवाड़े आले आले बांस खड़े
मेरे दादा के पछवाड़े आले आले बांस खड़े
समधी का लड़का नादान आंगन मोरे तप करे
अन्दर से निकली भर मोती का थाल ले
ले रे सज्जन के लड़के अंगना मोरा छोड़ दे
क्या करने तेरे मोती क्या करनी ये थालिया
तुम्हारे घर कन्या कुमारी हमें परणाय दो
मेरे दादा जी चितर एक जस ल्यो
मेरे दादा जी चितर एक जस ल्यो
एक जस ल्यो परणां क्यूनां द्यो
तेरी छोटी-सी चिडकली सुहाग भाग मांगे
हे जी काहे का लटुवा काहे की डोर
कौण फिरै इस लटुवे का चोर
हे जी सून्ने का लटुवा रेसम की डोर
समदी का बेटा इस लटुवे का चोर
मेरे ताऊ जी चितर एक जस ल्यो
एक जस ल्यो परणां क्यूनां द्यो
तेरी छोटी सी चिडकली सुहाग भाग मांगे
हे जी काहे का लटुवा काहे की डोर
कौण फिरै इस लटुवै का चोर
हे जी सून्ने का लटुवा रेसम की डोर
समदी का बेटा इस लटुवे का चोर
मेरे बाब्बू जी चितर एक जस ल्यो
तेरी छोटी सी चिडकली सुहाग भाग मांगे
हे जी काहे का लटुवा काहे की डोर
कौण फिरै इस लटुवे का चोर
हे जी सून्ने का लटुवा रेसम की डोर
समदी का बेटा इस लटुवे का चोर
मेरे नौसे का रूमाल खुसी से रंग दे री
मेरे नौसे का रूमाल खुसी से रंग दे री
मेरे बनरे का रूमाल खुसी से रंग दे री
याके दादा गिरबे धर दे दादी को लगादे ब्याज
याके बाबू गिरबे धर दे अम्मा ने लगादे ब्याज
याके ताऊ गिरबे धर दे ताई को लगादे ब्याज
याको मामा गिरबे धर दे मामी को लगादे ब्याज
मेरे नौसे का रूमाल खुसी से रंग दे री
मेरे बरने का रूमाल खुसी से रंग दे री
मेहंदी बोई दिल्ली आगरा जी
मेहंदी बोई दिल्ली आगरा जी
कोई रंग पाट्यो अजमेर
मेहंदी रंग भरी जी राज।
मेहंदी सींचण मैं गई जी
कोई छोटा देवर साथ
मेहंदी रंग भरी जी राज।
मेहंदी घोलण मैं गई जी
कोई द्योर जिठाण्यां साथ
मेहंदी रंग भरी जी राज।
मेहंदी लावण मैं गई जी
कोई छोटी नणदल साथ
मेहंदी रंग भरी जी राज।
छोटी बूज्झे ए बड़ी
तम कहो रात की बात
मेहंदी किसीक रची जी राज।
मेहंदी तो मैं लाय लई
तूं आई न आधी रात
मेहंदी अधिक बणी जी राज।
द्योरे-जिठानी सब कोई आई
तूं नहीं आई आधी रात
मेहंदी रंग भरी जी राज।
मैंडे के नीचे लाडो दो जणें खेलें
मैंडे के नीचे लाडो दो जणें खेलें
एक सुसरा एक बाप
कुणसा है राह्या कुणसा है जीत्या
किसियो के लग रहे दाव
बाबल हार्या सुसरा जीत्या
बन्दड़े के लग रहे दाव
बाबल तेरा लाडो उस दिन हार्या
जिस दिन जनमी थी धी
टूटी खटोली तेरी मायड़ सौवे
तेरा बाप फिरै उदास
चौसठ दीवे बाल धरे थे
फेर बी घोर अंधेर
सुसरा तेरा लाडो उस दिन जीत्या
जिस दिन जनम्यां था पूत
लाल पिलंग तेरी सासड़ सोई
तेरा ससुर खर्चे दाम
एक कज दीवला बाल धर्या था
च्यारूं कूट उजाला
मैं तो थारा डेरा निरखण आई हो
मैं तो थारा डेरा निरखण आई हो म्हारी जोड़ी का जलाल
देखी थारी डेरियां की चितराई हो म्हारी जोड़ी का जलाल
मरदां माहिलो मरद भलो राठोरी हो म्हारी जोड़ी का जलाल
नारां माहिली नार भली भटियाणी हो म्हारी जोड़ी का जलाल
छींटां माहिली छींट भली मुलतानी हो म्हारी जोड़ी का जलाल
रुपया माहीं रुपया भलो बादशाही हो म्हारी जोड़ी का जलाल
मैं तो बीस बरस की होली
मैं तो बीस बरस की होली ईबना सादी का विचार
नाई ब्राह्मण गए, दिल्ली के बाजार
उन नै सारी दुनियां देखी कोई ना जोड़ी का भरतार
एक दिल्ली में बूढ़ा बैठ्या तख्त बिछाए
भाई मेरी सादी करदै, ले ले ढाई हजार
वाने डाढ़ी मूछ कटाई हो ग्यो बूढे तैं जवान
बेटी फेरे ले ले तेरे करमण के भार
मेरी दादी फेरे ले ले तेरी जोड़ी का भरतार
राजी हुए ऊं के दादा दादी खुसी हुई महतारी जी
राजी हुए ऊं के दादा दादी खुसी हुई महतारी जी
आज म्हारे बनड़े पर चंवर ढलैगा छत्र तनैगा बड़ा भारी जी
राजी हुए ऊं के ताऊ ताई खुसी हुई महतारी जी
आज म्हारे बनड़े पर चंवर ढलैगा छत्र तनैगा बड़ा भारी जी
राजी हुए ऊं के चाचा चाची खुसी हुई महतारी जी
आज म्हारे बनड़े पर चंवर ढलैगा छत्र बनैगा बड़ा भारी जी
रावटड़ी चढ़ सूत्या बाई का बाबा जी
रावटडी चढ़ सूत्या बाई का बाबा जी
चिंत्या मैं नींद ना आंवती जी म्हारा राज
रावटडी चढ़ सूत्या बाई का बाबला जी
चिंत्या मैं नींद ना आंवती जी म्हारा राज
के थारी सेज कुसेज
के मैहलां के माच्छर लागणै जी म्हारा राज
ना म्हारी सेज कुसेज
ना मैहलां के माच्छर लागणे जी म्हारा राज
म्हारै घर लाडलडी का ब्याह
चिंत्या मैं नींद ना आंवती जी म्हारा राज
रे बीरा साढ़ तो पहलड़ा मास
रे बीरा साढ़ तो पहलड़ा मास
मेरा माई जाया
हाली हल बीरा जोतिआ जी
रे बीरा सामण तो दूजा ए मास
मेरा माई जाया
रिम झिम रिम झिम मेंहा बरसिआ जी
रे बीरा भादों तो तीजा ए मास
मेरा माई जाया
खिलै कन्डेली बीरा बीजली
रे बीरा आसोज तो चौथा ए मास
मेरा माई जाया
ओ बीरा कातक तो पांचमां ए मास
मेरा माई जाया
कातक रचै ए दीवालिआं जी
रे बीरा मंगसर तो छठा ए मास
मेरा माई जाया
मंगसर मांग भराइयां जी
रे बीरा पोह तो सातमां ए मास
मेरा माई जाया
पोह ए जाड़ा ए घणा जी
रे बीरा माह तो आठमां ए मास
मेरा माई जाया
माहे माझल न्हाइआं जी
रे बीरा फागुण तो नोमां ए मास
मेरा माई जाया
फागण फगवा पिआ खेलिआं जी
रे बीरा चेत तो दसमां ए मास
मेरा माई जाया
चेते केसू फूलिआं जी
रे बीरा बैसाखे ग्यारमां ए मास
मेरा माई जाया
बसाखे केसू ढल गया जी
रे बीरा जेठ बारहमां ए मास
मेरा माई जाया
जेठे लूंआं चल रही जी
रे बीरा पूगै सै बारां ए मास
मेरा माई जाया
ल्हुक बैठ हे राणी रुकमण राणी
ल्हुक बैठ हे राणी रुकमण राणी, तेरे डूडूडे आए
क्यूंकर ल्हुक जां री मेरी दादी, मेरे दादा ने बुलाए
ल्हुक बैठ हे राणी रुकमण राणी, तेरे टूडूडे आए
क्यूंकर ल्हुक जां री मेरी अम्मां, मेरे बाबल ने बुलाए
ल्हुक बैठ हे राणी रुकमण राणी, तेरे डूडूडे आए
क्यूंकर ल्हुक जां री मेरी ताई, मेरे ताऊ ने बुलाए
लाडो ए बागां का जाना छोड़ दो
लाडो ए बागां जाना छोड़ दो आ रहे हैं तुम्हारे भरतारियां
हो रहे हैं घोड़े पै सवारियां, ले रहे हैं ढाल तलवारियां
लाडो ए कुए जाना छोड़ दो, आ रहे हैं तुम्हारे भरतारियां
हो रहे हैं घोड़े पै सवारियां, ले रहे हैं ढाल तलवारियां
लाडो ए गलियां जाना छोड़ दो, आ रहे हैं तुम्हारे भरतारियां
हो रहे हैं घोड़े पै सवारियां, ले रहे हैं ढाल तलवारियां
लाडो खेलै लौंग के बिरवे तल
लाडो खेलै लौंग के बिरवे तल
तेरे दादा ने लयी है बुलाय
चलो बीबी महलों में
तेरे बाबुल ने लयी है बुलाय
चलो बीबी महलों में
तेरे मामा ने लई है बुलाय
चलो बीबी महलों में
तेरी सजती सी आवै बारात
चलो बीबी महलों में
तेरे बजते से आवै निसान
तेरे उड़ते से आवै गुलाल
चलो बीबी महलों में
तेरा घोड़े पै सज रहा दूल्हा
पीछे बराती आवै साथ
चलो बीबी महलों में
लाडो दूर मत खेलण जा हे
लाडो दूर मत खेलण जा हे
सजन इब आवेंगे
वे तो आवेंगे घोड़े असवार
डोलै में तनै ले जावेंगे
मैं तो कूद पडूंगी बाबा जी की गोद
मैं तो कूद पडूंगी बाबल जी की गोद
फेर क्यूंकर ले जेंगे
मैं तो कूद पड़ूंगी ताऊ जी की गोद
मैं तो कूद पडूंगी चाचा जी गोद
फेर क्यूंकर ले जेंगे
मैं तो कूद पडूंगी मौसा जी की गोद
मैं तो कूद पडूंगी फूफा जी की गोद
फेर क्यूंकर ले जेंगे
लाडो पूछै बाबा से ए बाबा
लाडो पूछै बाबा से ए बाबा
मैं किस बिध देखण जाऊं
रंगीला आ उतर्या बागां मैं
हाथ टोकरियां फूलां की हे लाडो
मालणिया बन कर जाओ
रंगीला आ उतर्या बागां मैं
कच्ची कच्ची कलियां तोड़ लीं
अर मैं रिपट पड़ी री
मुखड़ा देख गया बागां मैं
बोल गया बतलाए गया
री म्हारे सावै धरी बनड़ी के
नजर लगाए गया बागां मैं
लाडो सोई सोई उठि जांगियां
लाडो सोई सोई उठि जांगियां
अपने बाबा जी से वर मांगियां
या तो बाबा मुझे चन्दा दे दो
या तो फूल गुलाब का
बाबा हमें चन्द्र सलोना दे दो
बाबा! हमें साजन के घर भेजो
ले रे बाबुल आपना मैं चली हूं सजन के दैस रे
ले रे बाबुल आपना मैं चली हूं सजन के दैस रे
भाइयां नै दिये महल दुमहले हमें दिया परदेस रे
काहे की ब्याही विदेस रे लक्खी बाबुल मेरे
हम हैं रे बाबुल मुन्डेरे की चिड़ियां
कंकरी मारे उड़ जां रे लक्खी बाबुल मेरे
हम हैं रे बाबुल चोणे की गउएं
जिधर हांको हंक जायें रे लक्खी बाबुल मेरे
सोना भी दिया बाबुल रूपा बी दिया
एक न दीन्ही मेरे सिर की कड़्गी
सास ननद बोलें बोल रे लक्खी बाबुल मेरे
सखि री मेरे उमड़ आये बदरा
सखि री मेरे उमड़ आये बदरा
आये आये री मेरे घर की तलवटी
पहिला बधावा मेरे बाबुल बार
दूजा बधावा मेरे माई जाये बीर
बाप बधावे री सखी जन्म पाया
बीर बधावे नौरंग चूंदड़ी
तीजा बधावा सखी री मेरे ससुरे के बार
चौथा बधावा मेरे लखपत जेठ के
ससुर बधावे सखी री मैंने यह घर पाया
जेठ बधावे सखी री मैंने आधा धन पाया
पांचमां बधावा मेरे राजड़े के बार
उसी बधावे मेरा मन रहसिया
राजड़े बधावे सखी मैंने यह घर पाया
अन्न धन पाया दूध पूत पाया
इसी बधावे मेरा मन रहसिया
सखि हे मेरी राम राम ले ल्यो
सखि हे मेरी राम राम ले ल्यो सहेली चाली
धौली मोटर कार आज म्हारे आ रही
सखि हे नाई की बुलाल्यो ए के सीस गुन्दा ल्यो ए
गाल्यो मंगल चार ज्ञान के गाल्यो ए
पति हे मेरी गुट्ठी पहर रह्या हे
रेसमी कुरता बटनां की लाग री लार
तेज होवै खुड़का वोह् तो चलावै कार
पति हे मेरा पट्ठे बाह रह्या हे
सदा थिर रहियो जी अविचल रहियो
सदा थिर रहियो जी अविचल रहियो जी लाडो तेरी जोड़िया?
बाबा बोई हैं बाबल बोई हैं सुहागों की क्यारियां
चाचा बोई हैं भय्या बोई हैं सुहागों की क्यारियां
मामा बोई हैं जीजा बोई हैं सुहागों की क्यारियां
दादी सींचे री अम्मा सींचे री लोटा भर झारियां
चाची सींचे री भाभी सींचे री लोटा भर झारियां
मामी सींचे री जीजी सींचे री लोटा भर झारियां
अविचल रहियो जी सदा थिर रहियो जी लाडो तेरी जोड़ियां
लाडो हे तेरे गोझे में गुड़-धाणी, तुम बोलो इमरत बाणी, हे राजा की।
साथिण का जंचा दिया ठीक मावस कै अड़कै
साथिण का जंचा दिया ठीक मावस कै अड़कै
मैं मंरू अक जीऊं मेरी माय साथिण मेरी जायगी तड़कै
साथिण का कर्या कसार कढ़ाई भर भर कै
मैं मरूं अक जीऊं मेरी माय साथिण मेरी जायगी तड़कै
साथिण की दिखादी तील पिलंग पै धर के
मैं मरूं अक जीऊं मेरी माय साथिण मेरी जायगी तड़कै
साथिन ने आई घाल पहर कै तड़कै
मैं मरूं अक जीऊं मेरी माय साथिण मेरी जायगी तड़कै
मैं पड़ी खटोली के बीच सबर सा करकै
मैं मरूं अक जीऊं मेरी माय साथिण मेरी जायगी तड़कै
सीस तेरे चीरा हरियाले बन्ने पेची अजब बहार
सीस तेरे चीरा हरियाले बन्ने पेची अजब बहार
काम तेरे मोती बन्ने चुन्नी अजब बहार
किसियो पोता ब्याहिये किसिये चढ़ा दहेज
स्याम नन्द विवाहिये जुन पूनो का चांद दिल्ली का सुल्तान
ब्याह बहू ले आइये हरियाले बन्ने उतरो राज द्वार
बहू उतारो ओबरे सोभा यह धमसाल
सोभा का क्या देखना जो बहू कुल की होय
जो मन मेलू होय
सास बहू जब लड़ पड़ी बन्ना किस की ओर
बाहर से भीतर गया हुआ बहू की ओर
एक दिना एक रात में जाय सराही ससुराल
नौ दस मास गरभ में बीते तब न सराही माय
आधा सोभा बांट दे जाय बसूं ससुराल
जब तैं रोया बन्ने खड़ी डुलाऊं थी सारी रात
सूखे तुझे सुलावती गीले रहती सोय रे हरियाले बन्ने
जो मैं ऐसा जानती क्यों रखती तेरी आस
तू क्या पाला सेंत में मेरी अम्मां तूने ठगा मेरा बाप
हमीं बिना आदर नहीं बापू जी ने दी बिसराय
हमीं हुए आदर हुआ पीहर से ली बुलाय
गडुवा से लडवा खाये खाई चरपरी सौंठ अर करकरा गौंद
मूंग चावल की खीचड़ी मेरी भोली अम्मा सुरही गऊ का घीय
कोने घुस घुस खावती
हम से एक जो गस्सा गिर पड़ा मेरी भोली अम्मां
नानी सी मर जाय बन्दर सी गुरराय मेरी भोली अम्मा
सीस बनै के सेहरा सोए
सीस बनै के सेहरा सोए
लड़िआं पै भगवान
बना मन मंदिर आलीसान
कान बनै के मोती सोए
सच्च्यां पै भगवान
बना मन...
गल्ल बनै के तोड़ा सोए
जामै पै भगवान
बना मन...
हाथ बनै के घड़िआं सोए
गुट्ठी पै भगवान
बना मन...
पैर बनै के जूता सोए
महफिल पै भगवान
बना मन...
हेठ बनै के लील्ली सोए
जोड़ी पै भगवान
बना मन...
सुण सुण मौसा सुणी’क नां
सुण सुण मौसा सुणी’क नां
तनै मेरी मौसी गैहणै धरी’क नां
सुण सुण मौसा सुणी’क नां
दिल्ली में सोना पाया’क नां
सुण सुण मौसा सुणी’क नां
तनै लट्ठे की चादर पाई’क नां
सुण सुण मौसा सुणी’क नां
तनै टूम घड़णनै सुनरा पाया’क नां
सुण सुण मौसा सुणी’क नां
रोहतक में बाजा मिला’क नां
सुण सुण मौसा सुणी’क नां
सुहाग मांगण गई आं
सुहाग मांगण गई आं
गोरा पारबती के आगै
गोरा बनड़ा है हरियाला
नया नवेला सत मतवाला
अरी मैं ना जाणू
चोली-चुन्नी हो के लाग्या
ऐ री मैं ना जाणू
फूल चमेली होके लाग्या
ए री मैं ना जाणूं
मिसरी मेवा हो के लाग्या
सुहाग मांगण दादी पै गई
सुहाग मांगण दादी पै गई
सुहाग मांगण अम्मां पै गई
दादी भर द्यो ने मांग सिंदूर
सुहाग हम नै तुंए देगी री
अम्मां भर द्यो नै मांग सिंदूर
सुहाग हम नै तुंए देगी री
हथ मैंहदा भइआ चूड़ा
बीबी सीस डोरी री
भर ल्यो नै मोतियन तै मांग
सुहाग थम नै रब देगा री।
हथलेवो दादा को ए पोती कर हथलेवो कराइयो
हथलेवो दादा को ए पोती कर हथलेवो कराइयो
हथलेवो ताऊ की ए बेटी कर हथलेवो कराइयो
हथलेवो बाबल की ए बेटी कर हथलेवो कराइयो
हथलेवो भाई की ए भाण कर हथलेवो कराइयो
हथलेवो मामा की ए भाणजी कर हथलेवो कराइयो
हमने बुलाये सुथरे सुथरे भूंडे भूंडे आये री
हमने बुलाये सुथरे सुथरे भूंडे भूंडे आये री
हमने बुलाये लम्बे लम्बे मोटे नाटे आये री
हमने बुलाये बड़े घरो के ओछे ओछे आये री
हमने बुलाये गोरे गोरे काले काले आये री
हमने बुलाये हाथी के हौदे गधे चढ़ के आये री
छाज का है चंवर डुलाया झाडू का है सेहरा री
हरजी उगन तै परभात
हरजी उगन तै परभात,
मात जसोधा दांदण मांगिया
हरजी मांग रही बरचार,
बहुए हठीली दांदण ना देई हरे राम!
बेटा तेरी बहू ओछे घर की धीय
दांदण मांगी हमने ना दई हरे राम!
मां मेरी ल्यावां गंगा जल नी,
दांदण त्यावां हरियल केलकी हरे राम।
बेटा ओह दांदण रुकमण नै देओ,
म्हारा तो औसर चूकिया हरे राम।
माता कहो तो मन तै बिडारां
कहो तो घाले इस कै बाप कै हरे राम।
बेटा क्यांहने तो मन तै बिडारै
क्यांहने घाले इसके बाप के हरे राम।
बेटा याह् धण जन्मेगी पूत,
बेल बधैगी थारे बाप की हरे राम।
बेटा याह धण जन्मेगी धीय,
लाड़ जमाई आवें पाहुणे हरे राम।
रुकमण उठो न करो न सिंगार,
बिरद उमासी थारे बाप कै।
हर जी झूठे तुम किसन मुरार
सावण मासै कैसी बिरदली हरे राम।
रुकमण उठो न करो न सिंगार,
बेटा तो जाया माई जाये बीर कै हरे राम।
हरजी अब कै तो बोले हो साच,
आसा तो कहिए म्हारी भावजीं हरे राम।
रुकमण कातै थी लम्बे लम्बे तार,
हरजी नै देखे हंस पड़ी हरे राम।
रुकमण चरखे नै देयो उठाय,
तुम चालो म्हारे साथ मैं हरे राम।
हरजी आप तो घोड़ै असवार,
रुकमण नै बहल जुड़ाई हरे राम।
हरजी चले सैं मांझल रात,
दिन उगायो सुघड़ सासरे हरे राम।
हर जी आये सैं रुकमण घाल
आंगण बैठ्ये ऊमण घूमणे हरे राम।
बेट्टा बहुआं बिन घोर अन्धेर,
पोतां बिन आंगन भिनभिना हरे राम।
हरजी चले सैं रथ जुड़वाए,
सूरज उगायो सुघड़ सासरै हरे राम।
रुकमण उठो न करोए सिंगार,
तड़कै तो चालां अपण देस हरे राम।
माता महलां ते नीच्चै उतर आ,
पांय तो पड़ै तेरी कुल वधू हरे राम।
बेटा तुम जीओ बरस करोड़
पांय पड़ेगी अपणी मांय कै हरे राम।
माता ऐसे तो बोल न बोल,
मायां कै धीयां कैसे पग पड़ै हरे राम।
माता तुम मेरे सिर की ताज,
रुकमण तो कहिए पग की मोचड़ी हरे राम।
हरियाले बन्ने चीरा तो ले दूं तेरी मौज का
हरियाले बन्ने चीरा तो ले दूं तेरी मौज का
सहजादे बन्ने कच्ची कली ना तोड़ियो
हरियाले बन्ने मालन देगी गालियां हो तेरे ताई
रंगीले बन्ने पाकन दे रस होन दे
हरियाले बन्ने झुका दूंगी डालियां हो तेरे ताई
हरियाले बन्ने...
हरे हरे बांस छवाय दई राय बटियां
हरे हरे बांस छवाय दई राय बटियां
मेरे बाबा सोवें सुख नीन्द दादी रानी अरज करै
मेरी बन्नो भयी वर जोग सलोनी बेटी वर मांगै
सुन के बाबा हंसि पड़े और घुड़ला कस लिया
ढूंढा धुर गुजरात ढूंढा सारा मालवा
सहरों में बड़ा सहर आयोध्या नजर पड़ी
सजनों में बड़े सजन जंवाई रघुनाथ मिले
हरे हरे बांसों का बंगला छवा दो जी
हरे हरे बांसों का बंगला छवा दो जी
जिस चढ़ सौवे लाडली का बाबा
कहो लाडो कहो बिटिया कैसा वर ढूंढैं जी
चन्दा नहीं, सूरज नहीं, नहीं रैन अन्धेरी
नदी किनारे महादेव तपस्या करै
वही परमान्द हमारे मन भाये जी
हलबल हलबल नदी बह सै
हलबल हलबल नदी बह सै
रायजादा न्हाण सिंजोया जी राज
गैर बखत मत न्हाओ रायजादा
कठिन कठारो होय सै जी राज
सांझ बखत थम रायजादा न्हाओ
रायजादा बात सुगन को होय सै जी राज
किसीयां को सै रतन कचोड़ी
किसयां का सै मोतीडारां हार जी राज
समधी को सै रतन कचौड़ी
बन्ना जी का सै मोतीडारां हार जी राज
हार सोहबे हीबड़े के ऊपर
मोतीडा लेंगा झिलारा जी राज
हाथों जरी का रूमाल बन्ना री मेरा मेवा ल्याया
हाथों जरी का रूमाल बन्ना री मेरा मेवा ल्याया
आया तो आया बन्ना नीलगरनी की गलियां
नीलगरनी हुई कुरबान बन्ना मेरी साड़ी ल्याया
बन्ना री.।।
आया तो आया बन्ना मोची की गलियां
मोचन हुई कुरबान बन्ना मेरा जूता ल्याया
बन्ना री.।।
आया तो आया बन्ना दरजी की गलियां
दरजन हुई कुरबान बन्ना मेरा जोड़ा ल्याया
बन्ना री.।।
आया तो आया बन्ना सुसरे के अंगना
सासू हुई कुरबान बन्ना मेरा ब्यावहन आया
बन्ना री.।।
आया तो आया बन्ना चौरी डिग बैठा
बन्नो हुई कुरबान बन्ना मेरा सुन्दर आया।
बन्ना री.।।
आया तो आया बन्ना सलोक सुनाने आया
सब ही हुए कुरबान बन्ना मेरा पंडित आया
बन्ना री.।।
हुआ नगर सब सूना
हुआ नगर सब सूना, बनो मेरी पाहुनिया रे
दादी रानी ने ऐसे पाला, जैसे घी की गागरिया रे
ताई रानी ने ऐसे पाला, जैसे घी की गागरिया रे
बाबा राजा ने ऐसे निकाला, जैसे जल की माछुलिया रे
ताऊ राजा ने ऐसे निकाला, जेसे जल की माछुलिया रे
हुई है सुनहली रात सजन आए हरे हरे
हुई है सुनहली रात सजन आए हरे हरे
सजन आये मोरे अंगना
आओ दादी बाबा आओ सब मंगल गाओ
सजन आये मोरे अंगना
आओ अम्मा बाबुल आओ सब मंगल गाओ
सजन आये मोरे अंगना
आओ भैया भाभी आओ अब ना देर लगाओ
सजन आये मोरे अंगना
आओ सखियो आओ सब उत्सव रचाओ
सजन आये मोरे अंगना
पीले हाथ करो लाडो के पीले हाथ करो लाडो के
सजन आये मोरे अंगना
दूधों नाहये पूतों फले सुख सौभाग्य इसे दिन दूना
सजन आये मोरे अंगना
हे कपड़े तों क्यूं ना धुआए मेरा ए बाबा
हे कपड़े तों क्यूं ना धुआए मेरा ए बाबा
हे कपड़े तो न्यूं ना धुआए मेरा बाबल
पाणी के भरे हैं तलाब जी
धोए धुआए री लाड्डो धरे री बिलंगणी
लाग रही तेरै ब्याह की
म्हारे तो कपड़े री लाड्डो उस दिन ऊजले
जिस दिन तुम रै साजन घर जाओ जी
हे दादा कै छजै लाडो तूं क्यूं खड़ी
हे दादा कै छजै लाडो तूं क्यूं खड़ी
रे मैं देखूं सू छैल बनै की बाट
केसरिया आवै रंग भरया
हे वो आवैंगे तोरी कैसे फूल
म्हारी लाडो कली अनार की
हे बापू कै छजे लाडो तूं क्यूं खड़ी
रे मैं देखूं सू छैल बनै की बाट
केसरिया आवै रंग भर्या
हे वो आवैंगे तोरी कैसे फूल
म्हारी लाडो कली अनार की
हे ताऊ कै छजै लाडो तूं क्यूं खड़ी
रे मैं देखूं सू छैल बनै की बाट
केसरिया आवैं रंग भर्या
हे वो आवैंगे तोरी कैसे फूल
म्हारी लाडो कली अनार की
हे फुलड़े तो बीन्हण
हे फुलड़े तो बीन्हण म्हारी चलीए लाडली बाबल की फुलवाड़िआं
हे एक फूल बीन्हा लाडो देा फूल बीन्हे तीजै मैं भरी ए चगेरिआं
हे आगे तो मिल गया साजन का री बेटा लइए डपट्टे छाइओ
हे सुण सुण हो जान के हो बेटे हम सां अखन कवांरिआं
हे अखन कवांरी लाडो बड़ परवारी रूप घणा गुण आगली
हे जद मेरा लक्खी बाबल ब्याह ए रचावै जब रे चलूंगी तेरी साथ में
हे फुलड़े तो बीन्हण...
हे मनै ल्याओ न हल्दी की गांठ रे
हे मनै ल्याओ न हल्दी की गांठ रे
गोरा मुखड़ा चीतियां बे
हे मनै ल्याओ न जीरी के चावल हे
गोरा मुखड़ा चीतियां हे
हे तेरा कीन्हें सुहागण चीता सै भावन रे
काजल घालां नयन भरा रे
हे मेरी बेबे सुहागन चीता सै भावन हे
काजल घाला नयन भरा हे
हो सून्ने की कुंडली घड़ा तेरे दादा
हो सून्ने की कुंडली घड़ा तेरे दादा
साजन मल-मल न्हायेंगे
गर्भ करती लाडो गर्भ मत करियो
सून्ने की कुंडली ना होगी
माटी की कुंडली जोहड़ का पाणी
साजन मल-मल न्हायेंगे
हो सून्ने की कुंडली घड़ा तेरे ताऊ
साजन मल-मल न्हायेंगे
गर्भ करती लाडो गर्भ मत करियो
सून्ने की कुंडली ना होगी
माटी की कुंडली जोहड़ का पाणी
साजन मल-मल न्हायेंगे
हो सून्ने की कुंडली घड़ा मेरे बाबू
साजन मल-मल न्हायेंगे
गर्भ करती लाडो गर्भ मत करियो
सून्ने की कुंडली ना होगी
माटी की कुंडली जोहड़ का पाणी
साजन मल-मल न्हायेंगे
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